हिसार में रेवेन्यू आफिसर्स के सामूहिक अवकाश पर जाने से राजस्व के कार्य ठप
राजस्व अधिकारियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला क्या लिया कि जमीनों की खरीद फरोख्त से जुड़ा काम ही रुक गया।
जागरण संवाददाता, हिसार: राजस्व अधिकारियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला क्या लिया कि जमीनों की खरीद फरोख्त से जुड़ा काम ही रुक गया। हिसार में जिला राजस्व अधिकारी, तहसीलदार और नायब तहसीलदार की सीटें खाली दिखाई दी। यहां कर्मचारियों ने काम संभालने की कोशिश तो की मगर अधिकारियों के न होने से कार्य हो नहीं सके। इसके साथ ही लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अधिकारियों के न होने से राजस्व के कार्य वह नहीं करा सके। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इसी प्रकार से अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो आंदोलन को तीव्र किया जाएगा। मंगलवार को भी राजस्व अधिकारियों के सामूहिक अवकाश पर रहने की संभावना है। हिसार तहसील में रोजना 100 रजिस्ट्रियां होती हैं मगर अधिकारियों के न होने से एक भी रजिस्ट्री व डीड आदि के कार्य नहीं हो सके।
यह हैं अधिकारियों की मांग
हरियाणा राजस्व अधिकारी यूनियन पदाधिकारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि राजस्व विभाग सरकार का सबसे महत्वपूर्ण विभाग होने के बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी का शिकार है। यूनियन की कई मांगों पर पिछले कई सालों से ध्यान नहीं दिया जा रहा। राजस्व विभाग के अधिकारी सबसे अधिक काम के दबाव से जूझ रहे हैं। वहीं कई कानूनी मामलों में उनको अलग से कई बार विभिन्न स्थानों पर हाजिरी दर्ज करवानी पड़ रही है। जिससे तहसील कार्यालयों में कामकाज का बोझ बढ़ रहा है।
रिकार्ड तैयार करने में भी हो रही दिक्कत
पिछले कुछ समय से उनको जमीन की रजिस्ट्री कार्य के लिए पुराने मामलों की स्टांप फीस को लेकर रिकार्ड तैयार करने में परेशान किया जा रहा है। जमीन की मलकियत के छोटे-छोटे मामलों में उनको राज्य मुख्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इन मांगों को लेकर अधिकारी कई बार शासन तक अपनी समस्या बता चुके हैं। मगर आश्वासन के सिवाय उन्हें कुछ नहीं मिला।