65 साल की महिला के पेट से निकला 10 किलो का ट्यूमर, देखने वाले रह गए हैरान
65 वर्षीय केलो देवी के पेट में डेढ़ साल पहले दर्द होना शुरू हुआ था और धीरे-धीरे वो इतना बढ़ता चला गया कि कुछ खाने के बाद उसका सांस लेना भी मुश्किल होने लगा था।
हांसी [पंकज नागपाल] कहते हैं कि वैसे तो ङ्क्षजदगी और मौत भगवान के हाथ में होती है लेकिन डाक्टर भी मरीज का इलाज करके उसकी ङ्क्षजदगी की अवधि को बढऩे में अहम भूमिका निभाते हैं। विशेषकर जींद के गतौली गांव निवासी 65 वर्षीय केलो देवी का तो यही मानना है। हांसी के चिकित्सक डा. एसएस मलिक व डा. वीरेंद्र कादयान ने केलो देवी का डेढ़ घंटे तक ऑपरेशन करके उसके पेट से 10 किलो का ट्यूमर निकालकर उसे नया जीवनदान देने में सफलता हासिल की है।
जानकारी के अनुसार गतौली गांव निवासी 65 वर्षीय केलो देवी के पेट में डेढ़ साल पहले दर्द होना शुरू हुआ था और धीरे-धीरे वो इतना बढ़ता चला गया कि कुछ खाने के बाद उसका सांस लेना भी मुश्किल होने लगा था। केलो देवी ने बताया कि उसे भूख लगनी बंद हो गई थी और मात्र एक रोटी खाते ही भयंकर अफारा होने से उसका पेट इतना फूल जाता था कि पैदल चलना तो दूर, सांस लेना भी दूभर होने लगा था। केलो देवी ने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण जान का खतरा बताते हुए डाक्टरों ने उसका ऑपरेशन करने से साफ इन्कार कर दिया था। इसके बाद मलिक अस्पताल में डाक्टरों ने उसके पेट से ट्यूमर निकाल दिया और अब वो स्वयं को स्वस्थ महसूस कर रही है।
ये हैं पेट में ट्यूमर बढऩे के लक्षण
डा. वीरेंद्र कादयान ने बताया कि केलो देवी को ओवेरियन ट्यूमर था और ट्यूमर की बीमारी ज्यादातर औरतों में मिलती है। उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं को मासिक धर्म में अनियमितता व परेशानी होती हो या पेट में दर्द रहने के कारण थोड़ा सा खाते ही पेट फूलने लगे तो इस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत चिकित्सक से जांच करवाएं और ट्यूमर पाये जाने पर उसका तुरंत इलाज करवाये क्योंकि ट्यूमर बढऩे पर मरीज की जान भी जा सकती है।