डाक्टर का लैपटॉप उगलेगा फर्जी बीमा हड़पने वाले गिरोह के राज, तीन दिनों का रिमांड पूरा
संवाद सहयोगी हांसी कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के बीमे करवाकर उनकी हादसों में
संवाद सहयोगी, हांसी : कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के बीमे करवाकर उनकी हादसों में मौत दिखाते हुए लाखों रुपये के क्लेम हड़ने वाले गिरोह के सदस्य डा. विजय मलिक से पुलिस ने तीन दिनों के रिमांड के दौरान गहनता से पूछताछ करते हुए कई राज उगलवाए हैं। पुलिस ने डॉक्टर का लैपटॉप व मोबाइल भी बरामद कर लिया है जिससे पुलिस को अहम सबूत मिलने की संभावना है।
गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों के बीमे करवाकर उनकी हादसे में मौत दिखाते हुए लाखों के क्लेम हड़ने वाले गिरोह में शामिल हांसी सिविल अस्पताल के डाक्टर विजय मलिक को जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इकोनॉमिक सेल की जांच में सामने आया है कि बाल रोग विशेषज्ञ डा. विजय मलिक अब तक 156 पोस्टमार्टम कर चुका है। पुलिस सिविल अस्पताल का रिकॉर्ड भी खंगालेगी। फर्जी बीमा क्लेम के तीन मामलों में पुलिस जांच कर रही है व तीनों मामलों में डाक्टर विजय मलिक का नाम सामने आया था। पुलिस ने फिलहाल 2019 के एक मामले में डॉक्टर को गिरफ्तार किया है व दो अन्य मामलों में भी शामिल तफ्तीश किए जाने की संभावना है। सूत्रों की माने तो डॉ विजय मलिक सेटिग करके अपनी ड्यूटी इमरजेंसी में लगवाता था जिससे पोस्टमार्टम पर उसकी ही ड्यूटी आए।
सिविल अस्पताल में खलबली
फर्जी क्लेम के मामले में डाक्टर के पकड़े जाने के बाद सिविल अस्पताल में खलबली मची हुई है। पुलिस सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम से जुड़ा रिकार्ड भी खंगालने की तैयारी कर रही है, जिससे पोस्टमार्टम के खेल का पर्दाफाश हो चुके। पुलिस को संदेह है कि फर्जी पोस्टमार्टम के अन्य मामले भी जांच में सामने आ सकते हैं। डा. विजय मलिक लंबे समय से हांसी के सिविल अस्पताल में ही तैनात था।
पुलिस की जांच जारी है
फर्जी बीमा क्लेम के मामले में इकोनॉमिक सेल पूरी गंभीरता से जांच कर रही है। रिमांड अवधि पूरी होने पर डाक्टर को कोर्ट के आदेशों पर जेल भेज दिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान डाक्टर का लैपटॉप व मोबाइल बरामद हुआ है जिसकी जांच की जाएगी।
- इंस्पेक्टर उमेद सिंह, इंचार्ज, इकोनॉमिक सेल।