हिसार में मौसम में परिवर्तन से डेंगू से मिल रही राहत, पिछले दो दिनों में डेंगू के महज पांच नए मामले
अस्पतालों में निरंतर रूप से प्लेटलेट्स बीपी किडनी और फेफड़ो की जांच करवाई जा रही है ताकि डेंगू से होने वाले शारीरिक नुकसान का आकलन किया जा सकें। वहीं जो लोग घर पर ही उपचार ले रहे है उनसे फोन पर उनके स्वास्थ्य बारे जानकारी ली जा रही है
जागरण संवाददाता, हिसार: जिले में मौसम में परिवर्तन से डेंगू के मामलों से राहत मिलने लगी है। बीते चार दिनों में आई डेंगू सैंपल की रिपोर्ट में डेंगू के मामले निरंतर कम होते जा रहे है। बीते दो दिनों से डेंगू के महज पांच ही नए मामले मिले है। डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि यह राहत की बात है कि डेंगू के मामलों में निरंतर कमी आ रही है। सर्दिया शुरु होने से मच्छरों की संख्या में कमी आई है। जिससे धीरे-धीरे डेंगू के मामले घटते जाएंगे। गौरतलब है कि जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 1680 पर है।
यह आंकड़ा पिछले दस वर्षो में सबसे अधिक है। इससे पहले वर्ष 2015 में डेंगू के 1140 केस मिले थे, वहीं पिछले वर्ष भी डेंगू के 1009 मामले मिले थे। डेंगू के कारण अब तक पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें से एक युवक की मौत शोक सिंड्रोम अवस्थान में पहुंचने पर हुई थी। युवक के शरीर के अंदरुनी अंगो से ब्लीडिंग भी शुरु हो गई थी। वहीं अब तक 5325 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं।
इनमें से 1680 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव रही है। 1589 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके हैं और फिलहाल जिले में 86 डेंगू सक्रिय मरीज हैं। डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि एक्टिव केस भी धीरे-धीरे कम हो रहे है, मरीजों को नागरिक अस्पताल और निजी अस्पतालों में उपचार दिया जा रहा है।
अस्पतालों में निरंतर रूप से प्लेटलेट्स, बीपी, किडनी और फेफड़ो की जांच करवाई जा रही है, ताकि डेंगू से होने वाले शारीरिक नुकसान का आकलन किया जा सकें। वहीं जो लोग घर पर ही उपचार ले रहे है, उनसे फोन पर उनके स्वास्थ्य बारे जानकारी ली जा रही है, जरुरत पड़ती है तो मरीज को अस्पताल में भी दाखिल करवाते है।