Registry scam: फतेहाबाद और बहादुरगढ़ में सीएम फ्लाइंग की छापेमारी, मांगा रजिस्ट्रियों का रिकॉर्ड
रजिस्ट्री घोटाले को लेकर सोमवार को बहादुरगढ़ और फतेहाबाद में सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने छापेमारी की है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई प्रदेशभर की तहसीलों में की जाएगी।
हिसार, जेएनएन। रजिस्ट्री घोटाला होने का मामला उजागर होने के बाद अब सरकार जागी है और इस मामले में संज्ञान लेना शुरू कर दिया गया है। सोमवार को बहादुरगढ़ और फतेहाबाद में सीएम फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने छापेमारी की है। रोहतक में भी सीएम फ्लाइंग ने तहसीलदार से रजिस्ट्रियों का रिकार्ड मांगा है। कितनी रजिस्ट्रियां एनओसी और कितनी बिना एनओसी के की गई है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई प्रदेशभर की तहसीलों में की जाएगी। प्रदेश में उजागर हुए रजिस्ट्री घोटाले की आंच सबसे पहले फतेहाबाद और बहादुरगढ़ में पहुंची है।
आज सीएम फ्लाइंग की टीम ने फतेहाबाद में तहसील कार्यालय में दबिश दी और रिकॉर्ड खंगाला। टीम में शामिल सदस्यों ने यहां लॉकडाऊन के दौरान हुई रजिस्ट्रियों की डिटेल खंगाली। टीम अब इस रिकॉर्ड की पूरी गहनता से जांच करेगी। जानकारी के अनुसार एसआई राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम आज तहसील कार्यालय में पहुंची। इस दौरान लॉकडाऊन के बाद से अब तक हुई रजिस्ट्रियों की डिटेल मांगी। यहां मौजूद कर्मचारी के अनुसार करीब 100 के आसपास रजिस्ट्री का रिकॉर्ड दिया गया है।
इसी तरह बहादुरगढ़ तहसील में लॉकडाउन के दौरान बड़े स्तर पर हुई अवैध कालोनियों की रजिस्ट्रियों को लेकर सीएम फ्लाइंग स्कवाड ने सोमवार को तहसील कार्यालय में छापामार कार्रवाई की। रोहतक से सीएम फ्लांइग स्कवाड के उप निरीक्षक जयभगवान के नेतृत्व में दो सदस्यीय एक टीम यहां पहुंची और लगातार दो घंटे तक तहसील अधिकारियों से इस सिलसिले में पूछताछ की। सीएम फ्लाइंग स्कवाड की टीम ने 20 अप्रैल से लेकर 30 जून तक के बीच हुई रजिस्ट्रियों का रिकार्ड मांगा है। इस अवधि में नगर परिषद एरिया व उसके बाहर कितनी रजिस्ट्रियां हुई और कितनी रजिस्ट्रियों में डीटीपी व नगर परिषद प्रशासन से एनओसी ली गई, इसकी जानकारी भी सीएम स्कवाड ने मांगी है।
बहादुरगढ़ तहसील में इस दौरान 1366 रजिस्ट्रियां हुई हैं। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक जांच करने के बाद टीम झज्जर तहसील में चली गई। यहां से भी रजिस्ट्रियों के संबंध में रिकार्ड तलब किया गया है। कुछ दिन पहले रजिस्ट्री क्लर्क का तबादला भी हुआ है। इसे भी इसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। सुबह ही टीम पहुंच गई और इस दौरान सरल केंद्र का दरवाजा भी बंद कर दिया गया ताकी आम जन को किसी तरह की परेशानी न हो। वहीं झज्जर जिले में एक ही तहसीलदार को 5 तहसीलों का चार्ज दिया हुआ है। जिस तहसीलदार पर ये रजिस्ट्री करने का आरोप है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार को आशंका है कि लॉक डाऊन के दौरान प्रदेश में बड़े स्तर पर रजिस्ट्रियों में हेर फेर की गई है। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। जिसको लेकर बीते दिनों सरकार ने प्रदेश में हर प्रकार की रजिस्ट्री डीड ट्रांसफर पर रोक लगा दी थी। यह रोक 17 अगस्त तक जारी रहेगी। जानकारी मिली है कि इस दौरान अब प्रदेश भर में सीएम फ्लाइंग यह छापेमारी कार्रवाई कर रिकॉर्ड खंगाल रही है। वही रजिस्ट्री सॉफ्टवेयर में भी सरकार कई तरह के बदलाव कर रही हैं। बता दें कि भूमि या प्लॉट की रजिस्ट्री करवाने के लिए कई तरह के दस्तावेजों की जरुरत होती है। मगर कई बार इन्हें दरकिनार कर रजिस्ट्री करने के मामले सामने आते हैं। अब लॉकडाउन में माना जा रहा है कि ऐसा ही खेल किया गया है। पूरी तस्वीर जांच के बाद ही साफ हो सकेगी।