नवविवाहिता से बुजुर्ग महिला तक रंगोली सावन में दिखाएंगी हुनर
प्रचलित श्रृंगार की विभिन्न परंपराओं को जानने के लिए होगा कार्यक्रम आयोजित।
फोटो : 1
जागरण संवाददाता, हिसार : प्रचलित श्रृंगार की विभिन्न परंपराओं को जानने के लिए हिसार में सोलह श्रृंगार की रोचक प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इस प्रतियोगिता में गृहिणी से लेकर चिकित्सक, शिक्षिका से लेकर कारोबारी महिलाएं भाग लेंगी। जिनमें नवविवाहिता से लेकर बुजुर्ग तक शिरकत करेंगी। तीज महोत्सव के अवसर पर संस्कृति ग्रुप की ओर से प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम को रंगोली सावन का नाम दिया गया है। कार्यक्रम को भव्य तरीके से आयोजित करने के लिए प्रधान विनीता जैन की अध्यक्षा में मीटिग हुई।
दो ग्रुपों में महिलाएं लेंगी भाग
सोलह श्रृंगार का अपना हुनर महिलाएं दो ग्रुपों में दिखाएंगी। संस्कृति ग्रुप की प्रधान विनीता जैन ने कहा कि 40 साल से कम आयु और 40 साल से अधिक आयु की महिलाओं के दो ग्रुप होंगे। जिसमें वे अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगी। इसमें नवविवाहिता से लेकर बुजुर्ग तक शामिल होगी। महिलाएं सोलह श्रृंगार प्रतियोगिता में सज-धज कर मंच को अपनी आभा से रोशन करेंगी। रंगोली सावन कार्यक्रम का आयोजन चार अगस्त को फ्लोमिगों में होगा।
हर श्रृंगार का है अपना महत्व
मीटिग में मौजूद संस्कृति ग्रुप की पदाधिकारी रेनू लहौरिया, कनिका चौधरी, तरुणा ढा़डा, डे•ाी अहलावत, रुचिका बिदल, मधु सोनी, विधी केडिया ने कहा कि विवाहित स्त्रियों के लिए सिगार को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इसलिए सभी सुहागनों के लिए सिगार बहुत जरुरी है। इस श्रृंगार में बिदियां, चूड़ियां, सिदूर, कंगना, मेहंदी, गजरा व लाल रंग का पहनावा का अपना एक विशेष महत्व है।
वर्जन
तीज महोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विशेषकर नवविवाहिता के लिये। इस प्रकार की प्रतियोगिता में भाग लेने से युवा पीढ़ी यानि नवविवाहिताओं को सोलह श्रृंगार का महत्व पता चलेगा।
- रेनू लाहौरिया, उपप्रधान, संस्कृति हिसार।