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मैं पावरलेस विधायक हूं, मंदिर में सरकारी खर्च से कुछ नहीं दे सकता : रामकुमार गौतम

संत रविदास के जन्म दिवस पर कार्यक्रम में विधायक रामकुमार गौतम का मंत्री न बन पाने का दर्द एक बार फिर झलका। मंदिर के लिए आर्थिक मदद मांगने पर उन्होंने कहा कि मैं पावरलेस विधायक हूं

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 10 Feb 2020 11:48 AM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2020 11:48 AM (IST)
मैं पावरलेस विधायक हूं, मंदिर में सरकारी खर्च से कुछ नहीं दे सकता : रामकुमार गौतम
मैं पावरलेस विधायक हूं, मंदिर में सरकारी खर्च से कुछ नहीं दे सकता : रामकुमार गौतम

नारनौंद (हिसार) जेएनएन। जजपा पार्टी की ओर से नारनौंद सीट पर विधायक बने रामकुमार गौतम दुष्‍यंत चौटाला पर बार बार निशाना साध रहे हैं। कोई  भी कार्यक्रम क्‍यों न हो अपने मन की टीस जरूर जाहिर करते हैं। उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला के खिलाफ आग उगलने वाली वीडियो जारी होने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि उन्‍होंने एक बार फिर अपनी टीस जाहिर की है।

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संत शिरोमणी रविदास के जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक रामकुमार गौतम का मंत्री न बन पाने का दर्द एक बार फिर झलका। मंदिर के लिए आर्थिक मदद मांगने पर उन्होंने कहा कि मैं पावरलेस विधायक हूं, मंदिर में सरकारी निधि से कुछ नहीं दे सकता। हां, मैं कुछ राशि अपनी नेक कमाई में से देता हूं, जिसे आप अनाउंस ना करना।

दरअसल, रविदास मंदिर में हुए कार्यक्रम में विधायत रामकुमार गौतम बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। रविदास कमेटी के सदस्यों ने विधायक से मंदिर में बने पुराने चार कमरों को ऊंचा उठाने व एक आधुनिक लाइब्रेरी के लिए आर्थिक मदद की मांग की। इस पर रामकुमार गौतम ने कहा कि आपकी मांग बिल्कुल वाजिब है। इसके लिए मैं विधानसभा में आवाज उठाकर मदद करूंगा।

उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली 5 करोड़ रुपये की ग्रांट को लेकर मैने मुख्यमंत्री से पूछा था कि मैं इसमें से किसी मंदिर, चौपाल व धर्मशाला में पैसे दे सकता हूं तो मुख्यमंत्री का जवाब था नहीं। इनमें से तो आप केवल गली बनवाने के लिए दे सकते हैं। इसके बाद उन्होंने सभी के सामने अपने आपको पावरलेस विधायक घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि मंत्री भी तो एक विधायक ही होता है, पर उसके पास अपार अधिकार होते हैं।

बता दें कि जजपा के भाजपा को समर्थन देने के बाद जब मंत्रीमंडल का गठन हुआ तो उसके बाद विधायक रामकुमार गौतम ने अपनी बात रखी थी। रामकुमार गौतम ने जजपा के पार्टी पद से इस्‍तीफा दिया था तो साथ ही कहा था कि दुष्‍यंत चौटाला ने कैप्‍टन अभिमन्‍यु के साथ मुझे लेकर सौदा किया है। साथ ही कहा था कि इस उमर में विधायक बनकर मैनें पाप किया है, मुझे जजपा की ओर से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था। इसके बाद उन्‍होंने कई जगह पर सार्वजनिक बयान देकर दुष्‍यंत चौटाला को कटघरे में खड़ा किया था। दुष्‍यंत चौटाला ने कहा था कि रामकुमार गौतम हमारे बड़े हैं उन्‍हें मना लेंगे। मगर इसके बाद फिर एक वीडियाे जारी हुआ जिसमें रामकुमार गौतम दुष्‍यंत चौटाला को अपशब्‍द बोलते दिखे। इसके बाद से मामला तूल पकड़े हुआ है।


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