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नहला गांव की बेटी राजकुमारी दिल्‍ली में बनी विधायक, कांग्रेस छोड़ आप की थी ज्‍वाइन

विधायक बनने से पहले राजकुमारी दिल्ली की म्यूनिसपल कारपोरेशन में कांग्रेस की तरफ से चुनाव जीत कर वार्ड सदस्य बन चुकी थी। आम आदमी पार्टी में दो महीने पहले ही शामिल हुई थी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 07:01 PM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 07:01 PM (IST)
नहला गांव की बेटी राजकुमारी दिल्‍ली में बनी विधायक, कांग्रेस छोड़ आप की थी ज्‍वाइन
नहला गांव की बेटी राजकुमारी दिल्‍ली में बनी विधायक, कांग्रेस छोड़ आप की थी ज्‍वाइन

भूना/हिसार, जेएनएन। विधानसभा के चुनाव बेशक दिल्ली में हुए थे, लेकिन उनमें हरियाणा से जुड़े कई लोग विधायक बने हैं। केजरीवाल का कनेक्शन तो हरियाणा सबको पता भी है। वहीं पहले हिसार में रहे और फतेहाबाद जिले के गांव नहला की बेटी राजकुमारी ढिल्लो भी विधायक बनने में कामयाब रही है। उन्होंने हरिपुर विधानसभा सीट से भाजपा के फायर ब्रांड नेता तेजिंद्रपाल सिंह बग्गा को 20 हजार 131 मतों से हराया। वहीं उनके पैतृक गांव नहला में भी उनकी जीत पर खुशी मनाई गई। उनके परिवार के सदस्यों ने जमकर गांव में लड्डू बांटे व राजकुमारी के साथ यादें ताजा की। उनका कहना है कि वे जल्द ही गांव में विधायक बनी बेटी को बुलाकर भव्य स्वागत किया जाएगा।

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राजकुमारी के पिता तेलूराम लगे थे दिल्ली सिंचाई विभाग में जेई

राजकुमारी ढिल्लों के पिता तेलूराम ढिल्लों की दिल्ली के सिंचाई विभाग में जेई की नौकरी लगी थी। तब वे गांव छोड़कर दिल्ली चले गए थे। हालांकि पैतृक जमीन अब भी उनकी गांव में है। राजकुमारी ढिल्लों का जन्म 1966 में दिल्ली में ही हुआ। वहीं से उन्होंने स्नातक की। इसके बाद 1986 में जींद जिले के गांव करेला निवासी सतबीर ङ्क्षसह दूहन के साथ उनकी शादी हो गई। उसके बाद सतबीर सिंह भी दिल्ली में रहने लगे। राजकुमारी की इसके बाद दिल्ली की म्यूनिसपल कारपोरेशन में नौकरी लग गई। बाद में राजकुमारी ने नौकरी कुछ समय करने के बाद छोड़ दी और डेयरी फार्म शुरू कर दिया।

पति सतबीर दिल्ली में बिल्डर का व्यवसाय करने लग गए। राजकुमारी के तीन भाई भी पहले से हरिनगर रहते थे। एक बड़ा भाई सतीश ढिल्लों 1980 में कांग्रेस के दिल्ली में जिलाध्यक्ष बन गए थे। इसके बाद राजकुमारी राजनीति में आ गई। विधायक बनने से पहले राजकुमारी दिल्ली की म्यूनिसपल कारपोरेशन में कांग्रेस की तरफ से चुनाव जीत कर वार्ड सदस्य बन चुकी थी। आम आदमी पार्टी में दो महीने पहले ही शामिल हुई थी।

तेलूराम के भाई जीताराम का परिवार अब भी रहता है नहला में

तेलूराम बेशक जेई की नौकरी लगने के बाद दिल्ली चले गए थे, लेकिन उनका भाई जीताराम ढिल्लों गांव में रहने लगा। जीताराम के बेटे मास्टर मंगतराम बताया कि अक्सर उनकी चचेरी बहन राजकुमारी व भाई व उसके परिवार के सदस्य अक्सर गांव आते रहते है। इससे पहले लोकसभा चुनावों में भी यहां आए थे। वहीं मास्टर मंगतराम के बेटे जयदीप ढिल्लों व अजमेर ने बताया कि वे भी दिल्ली में कुछ दिन चुनाव प्रचार करके आए थे। उसकी गांव में किरयाणा स्टोर हैं।


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