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Rafale fighter Jet News: बचपन में खिलौने वाले विमान उड़ाते थे, अब राफेल उड़ा लाए रोहित कटारिया

फ्रांस से राफेल उड़ाकर लाने वाली टीम में गुरुग्राम के बसई निवासी ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया की रोहतक में ननिहाल व ससुराल है। अंबाला पहुंचने पर पिता ने कहा शाबाश बेटा तुम पर गर्व है

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 07:02 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 07:02 AM (IST)
Rafale fighter Jet News: बचपन में खिलौने वाले विमान उड़ाते थे, अब राफेल उड़ा लाए रोहित कटारिया
Rafale fighter Jet News: बचपन में खिलौने वाले विमान उड़ाते थे, अब राफेल उड़ा लाए रोहित कटारिया

रोहतक [अरुण शर्मा] फ्रांस से राफेल लाने वाली टीम में शामिल ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया और उनके परिवार का बड़ा सपना पूरा हो गया है। बचपन में रोहित खिलौने वाले प्लेन उड़ाते थे। अब राफेल लेकर अंबाला पहुंचे तो उन्होंने मां राजमती और पिता रिटायर कर्नल सतबीर सिंह से फोन पर बातचीत की। पिता ने फोन पर बेटे को शाबाशी देते हुए कहा कि हमें अपने बेटे पर गर्व है। गुरुग्राम के बसई निवासी रोहित के मां-पिता फिलहाल ग्वालियर में अपनी बेटी डा. रितिका के पास गए हुए हैं। बहन रीतिका ने खुशी जताते हुए कहा है कि रक्षाबंधन पर मेरे भाई का मेरे लिए यह सबसे बड़ा तोहफा है। रोहित की रोहतक में ननिहाल और ससुराल भी है। फिलहाल तीनों ही परिवारों में खुशी का माहौल है।

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रोहित के पिता ने बताया है कि बेटे की पोङ्क्षस्टग श्रीनगर में थी। वहीं से फ्रांस के लिए प्रशिक्षण के लिए गए। पिछले करीब डेढ़ साल से फ्रांस में थे। बीते साल सितंबर में कुछ दिनों के अवकाश पर घर आए थे। रोहित की मां राजवती ने बताया है कि मैं तो ईश्वर से पल-पल यही दुआ करती थी कि देश-दुनिया उन गौरव के क्षणों को देखे। पिछले दो दिनों से रात में खुशी के मारे नींद नहीं आ रही थी। झारखंड स्थित झुमरी तलैया के सैनिक स्कूल से पढ़ाई करने वाले रोहित का सेना में 1999 में चयन हुआ। स्वीङ्क्षमग, हॉकी और राइङ्क्षडग में दिलचस्पी है। रोहित के पिता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कैंपस स्कूल में भी प्रींसिपल रह चुके हैं। मां का यह भी कहना है कि बेटा घर कब आएगा इसे लेकर अभी कोई बातचीत नहीं हुई है।

ननिहाल से लेकर ससुराल वालों को रोहित के आने का इंतजार

रोहित की ननिहाल झज्जर के किलोई गांव में है। इनके नाना स्वर्गीय उमराव ङ्क्षसह रोहतक के जाट स्कूल में शिक्षक रहे हैं। जबकि मामा नरेंद्र धनखड़ फिलहाल यहां डीडीपीओ पद तैनात हैं। आइसी कालेज से रिटायर प्राध्यापिका डा. कमला मामी हैं। फिलहाल ननिहाल में नानी वेद कौर से लेकर दूसरे सभी सदस्यों को रोहित के घर पहुंचने का इंतजार है। वहीं, सेक्टर-2 में रोहित की ससुराल है। ससुर रिटायर कर्नल राम कुमार सांगवान के अलावा हाउङ्क्षसग बोर्ड से रिटायर एसएस सांगवान कहते हैं कि हमारे लिए इससे बढ़कर खुशी कोई हो ही नहीं सकती। वहीं, सास राज कौर का कहना है कि रोहित को रसमलाई पसंद है। जब भी रोहतक आएंगे तब सबसे पहले मुंह मीठा कराऊंगी। दूसरी ओर, परिवार से लेकर ससुराल और ननिहाल वालों के पास फिलहाल बधाईंयों के संदेश आ रहे हैं।


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