राजस्थान में अध्यापक की पिटाई से मारे गए आठ साल के छात्र के मामले में हिसार में विरोध प्रदर्शन
जालौर में आठ साल के अनुसूचित जाति के बच्चे की पिटाई से मौत के मामले में बुधवार सुबह लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले में भीम आर्मी के पदाधिकारियों संतलाल अंबेडकर प्रदीप भानखड़ का कहना है कि उन्होंने राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, हिसार: भीम आर्मी ने राजस्थान के जालौर में आठ साल के अनुसूचित जाति के बच्चे की पिटाई से मौत के मामले में बुधवार सुबह लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले में भीम आर्मी के पदाधिकारियों संतलाल अंबेडकर, प्रदीप भानखड़ का कहना है कि उन्होंने राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राजस्थान की सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही पीड़ित इंद्र के परिवार को एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की।
इसके लिए उपायुक्त को ज्ञापन दिया। मामले को लेकर कई गणमान्य लोगों ने निंदा की है। नलवा विधानसभा में बीएसपी के विधायक प्रत्याशी रहे एडवोकेट बजरंग इंदल ने राजस्थान के जालौर जिले के सुराणा गांव में नौ के साल के छात्र की जातिवादी विचारधारा के चलते अध्यापक द्वारा पिटाई से हुई मौत पर गहरा दुख प्रकट किया है। एडवोकेट इंदल ने इसे ह्दय विदायक घटना बताया है। कहा है कि इस कांड की जितनी निंदा व भर्त्सना की जाए कम है।
इंदल ने कहा है कि देश अमृत महोत्सव मनाने में व्यस्त था और दूसरी तरफ जातिवादी विचार धारा वाले लोग अपने अहंकार के चलते आजादी की पूर्व संध्या पर ऐसे घिनौने कृत्यों को अंजाम दे रहे है। जिससे पूरा देश शर्मसार है। गौरतलब है कि जालौर के सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ने वाले नौ साल के बच्चे की मौत हो गई थी। स्वजनों ने मामले में अध्यापक छैल सिंह पर पानी के घड़े को छूने पर नौ साल के इंद्र की पिटाई के आरोप लगाए थे।
स्वजनों का कहना था कि अध्यापक द्वारा पिटाई के कारण ही छात्र इंद्र सिंह की मौत हो गई थी। राजस्थान का यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है। मामले में पुलिस जांच कर रही है। अध्यापकों और मौके पर मौजूद बच्चों से पूछताछ की जा रही है।