अंधभक्तों को किसान नेता बनाकर किसानों को गुमराह कर रही भाजपा सरकार
भारतीय किसान संघर्ष समिति के बैनर तले पिपली रैली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज एवं केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी तीन अध्यादेशों के विरोध में नई अनाज मंडी में जारी धरना जारी रहा।
जागरण संवाददाता, हिसार : भारतीय किसान संघर्ष समिति के बैनर तले पिपली रैली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज एवं केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी तीन अध्यादेशों के विरोध में नई अनाज मंडी में जारी धरना जारी रहा।
समिति के जिला प्रधान बबलु खरड़ ने कहा कि छह साल पहले सत्ता में आने से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से वादा किया था कि बीजेपी सरकार आते ही किसानों के सारे कर्जे माफ किए जाएंगे व पहली कलम से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाएगा। इससे देश का किसान खुशहाल हो जाएगा, लेकिन स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करनी तो दूर की बात, केंद्र सरकार ने तीन काले कानून कोरोना काल में लाकर किसानों के हितों पर कुठाराघात किया है।
किसान नेता काला कनौह व जोगेंद्र मय्यड़ ने कहा कि सरकार बीजेपी पार्टी के अंधभक्तों को किसान बनाकर अपने साथ बातचीत करने का दावा कर किसानों को गुमराह कर रही है, जबकि हरियाणा में 17 किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास अब भी 19 सितंबर तक का समय है, वह किसानों की मांगों को पूरा करे। किसान नेता ताऊ रामकिसान भगाना ने कहा कि सफेद मक्खी के कारण नरमा व कपास की फसल 80 से 90 फीसद तक खराब हो गई है। इसकी स्पेशल गिरदावरी कराने के साथ ही उचित मुआवजा दिया जाए। इस अवसर पर सत्यवान कनोह, शमशेर मय्यड़, सोमबीर भगाना, कृष्ण किरमारा, ईश्वर सहरावत, सुखवीर कापड़ा, दिलबाग हुड्डा, दलबीर खोखा, अमित श्यामसुख आदि मौजूद थे।