निगम की साइट से निकाला प्रॉपर्टी टैक्स चालान, बैंक में भरने पहुंचे तो हुआ मिसमैच
पवन सिरोवा हिसार करोड़ों खर्च के बावजूद भी जनता को प्रॉपर्टी टैक्स रिकॉर्ड मामले में र
पवन सिरोवा, हिसार : करोड़ों खर्च के बावजूद भी जनता को प्रॉपर्टी टैक्स रिकॉर्ड मामले में राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। जनता का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि निगम की साइट से निकाले चालान को लेकर जब शहरवासी बैंक भुगतान के लिए पहुंचे तो उनके प्रॉपर्टी टैक्स रिकार्ड में अतिरिक्त राशि दर्शाई गई है। एक तरफ जहां निगम की गृहकर शाखा का रिकार्ड आज तक दुरुस्त नहीं हुआ, वहीं निगम की ज्वाइंट कमिश्नर ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह में बकाया प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान नहीं किया तो बिल्डिग सील की कार्रवाई शुरू होगी। यानि बिना रिकार्ड दुरूस्त किए जनता को चेतावनी दी जा रही है। वहीं अब जन प्रतिनिधि लंबे समय से गृहकर की विजिलेंस जांच की मांग के बावजूद आज तक उसे सिरे नहीं चढ़ा पाए, वहीं अब जनता ने गृहकर में विजिलेंस जांच की मांग उठाई है।
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पुरानी रसीदें संभालकर रखें वरना दोबारा भरना पड़ सकता है टैक्स
आप यदि अपना पुराना प्रॉपर्टी टैक्स भु्गतान कर चुके हैं। निगम अफसर व कर्मचारियों ने रसीद के साथ आपको आश्वासन दिया है कि आपका भुगतान हो चुका है तो भी अपनी रसीद संभालकर रखें। ऐसा नहीं करेंगे तो भविष्य में आपको पुरानी रसीदों के अभाव में पुराने प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान फिर से करना पड़ा सकता है। क्योंकि प्रॉपर्टी मालिकों की मानें तो निगम रिकार्ड आज तक दुरुस्त नहीं है।
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तीन केस से समझें निगम रिकार्ड की समस्या
केस-1
यादव कालोनी निवासी रमेश देवी की प्रॉपर्टी टैक्स का चालान फार्म ऑनलाइन निकलवाया तो 156 रुपये दिखाए। जब परिवार के सदस्य भरने बैंक पहुंचे तो बैंक रिकार्ड में 600 रुपये प्रॉपर्टी टैक्स दर्शा रहा था। जबकि परिवार का कहना है कि उनका पुराना टैक्स भरा हुआ होने के बावजूद अतिरिक्त टैक्स दर्शाया गया है। लेकिन बार-बार चक्कर काटने से बचने के लिए मजबूरीवश उन्होंने 600 रुपये टैक्स भुगतान कर दिया।
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केस-2
पटेल नगर निवासी धनपति देवी का प्रॉपर्टी टैक्स चालान फार्म में 199 रुपये दर्शा रहा था। जब टैक्स भरने पीएनबी बैंक में पहुंचे तो 498 बताया गया। परिवार के सदस्य ने निगम की कार्यप्रणाली से परेशान होकर 498 रुपये भरने ही उचित समझे और टैक्स भुगतान करवा दिया।
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केस-3
सीएम विडो के माध्यम से मुख्यमंत्री, यूएलबी और निगम कमिश्नर को शिकायतें सौंप चुका हूं। यह कहते हुए पटेल नगर निवासी सतीश कुमार ने कहा कि बार-बार अफसरों के चक्कर काटे, लेकिन टैक्स रिकार्ड दुरुस्त नहीं हुआ। ईओ के आश्वासन पर पूर्व में करीब 36 हजार रुपये भुगतान कर दिया। अब फिर पुराना एरियर जुड़कर टैक्स आ गया है। सरकार से मांग है कि निगम गृहकर की विजिलेंस जांच करे, ताकि जनता को इंसाफ मिल सके और भ्रष्टाचारियों को सजा।
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पूर्व में गृहकर रिकार्ड के अनुसार शहर की प्रॉपर्टी की स्थिति
शहर में कालोनियां : 204
शहर में कुल प्रॉपर्टी : 136666
रिहायशी प्रॉपर्टी : 63310
कॉमर्शियल प्रॉपर्टी : 9664
अन्य प्रॉपर्टी : 4689
खाली प्लाट : 49781
मिक्स प्रॉपर्टी : 9209
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ये भी जानें
- 7 मार्च 2019 को विशेष बजट बैठक में तत्कालीन कमिश्नर ने 3 माह में गृहकर शाखा की जांच के आदेश दिए। कमेटी गठित हुई और जांच ठंडे बस्ते में है। इसके अलावा हाउस की बैठक में जनप्रतिनिधि विजिलेंस जांच की मांग उठा चुके हैं।
- पिछले करीब दस वर्षों में प्रॉपर्टी सर्वे व रिकार्ड दुरुस्त करवाने के नाम पर नगर निगम प्रशासन जनता के करीब डेढ़ करोड़ खर्च कर चुका है। वहीं अब करोड़ों रुपये और सर्वे व रिकार्ड दुरुस्त करने के नाम पर खर्च किए जा रहे हैं।
- इस मामले में निकाय एवं गृहमंत्री की ओर से भी जांच निदेशालय को जांच के लिए कहा हुआ है।
- 11 मई 2020 को नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर ने प्रॉपर्टी टैक्स बकायदारों को एक सप्ताह की मोहलत दी है यदि टैक्स भुगतान नहीं हुआ तो प्रॉपर्टी सील की कार्रवाई शुरू हो सकती है।
- भ्रष्टाचार की हद : 5 हजार बैलेंस सीट कर दी थी जीरो। नकली जी-8 की रसीदें हो चुकी हैं तैयार। कार्रवाई के नाम पर लंबे समय से जांच ठंडे बस्ते में है।
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किसी के प्रॉपर्टी टैक्स रिकार्ड में कोई गलती या खामी है तो वह निगम आए। हम उसकी समस्या का समाधान करवाएंगे।
- अशोक गर्ग, कमिश्नर, नगर निगम हिसार।