अगले पांच वर्ष में 10 से 20 हजार करोड़ तक खिलौना बाजार लेकर जाएगी प्रदेश सरकार: प्रो. सिंह
जागरण संवाददाता हिसार हमारा भारतवर्ष प्रत्येक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। देश की ऑ
जागरण संवाददाता, हिसार: हमारा भारतवर्ष प्रत्येक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। देश की ऑटोमोबाइल कंपनियां भी चीन जैसे देश से आयात किए जाने वाले सामान का विकल्प तलाश रही हैं। यह बात चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह ने कहे। वह पंचनंद शोध संस्थान द्वारा आयोजित ई-गोष्ठी में अध्यक्षीय भाषण के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किए गए थे। ई-गोष्ठी का विषय भारत और चीन में आर्थिक युद्ध चुना गया था।
प्रो. समर सिंह ने कहा कि भारतीय बाजार में चीनी खिलौना कंपनियों का दबदबा खत्म करने के लिए केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार भी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में देश का पहला खिलौना क्लस्टर बनाने के लिए ऑल इंडिया टॉय एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ सरकार की बातचीत पूरी हो चुकी है। एक आंकड़े के अनुसार मौजूदा समय में घरेलू खिलौना बाजार 10 हजार करोड़ रुपये का है। प्रदेश सरकार की योजना है कि इसे अगले पांच वर्ष में 20 हजार करोड़ रुपये का किया जा सके। इस तरह की पॉलिसी की ड्रॉफ्टिंग हो, जिससे उत्पादन व खपत दोनों की योजना पर एक साथ काम किया जाए। साथ ही प्रदेश सरकार की 'नई टॉय मेन्युफैक्चरिग पॉलिसी' में लैंड रिबेट, कैपिटल सब्सिडी, सौ फीसद स्टांप ड्यूटी पर छूट, लोन सब्सिडी, प्लांट एंड मशीनरी में सब्सिडी, आयकर व जीएसटी में छूट, बिजली फिक्स चार्ज जैसे तमाम लाभ को शामिल करने के साथ-साथ टॉय डिजाइन एंड रिसर्च डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की योजना पर काम चल रहा है। इस गोष्ठी के दौरान उन्होंने भारत-चीन संबंधों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न सकारात्मक पहलुओं पर विस्तारपूर्वक विचार रखे।
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ये भी हुए शामिल
ई-गोष्ठी में हरियाणा तकनीकी शिक्षा के निदेशक डा. बीके कुठियाला, सेवानिवृत्त प्राचार्य डा. केसी अरोड़ा, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के डा. जगबीर सिंह, डा. एससी गोयल, डा. रविद्र सिंह ढिल्लो, डा. हरिदत्त कौशिक, कुलसचिव डा. बीआर कंबोज, वित्त नियंत्रक नवीन जैन, श्याम सुंदर शर्मा, गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से प्रो. एनके बिश्नोई व डा. मोहित भी शामिल रहे।