संतुलित आहार, वैज्ञानिक जानकारी और आमजन के सहयोग से पोस्ट कोविड मरीज होंगे जल्द रिकवर
कोरोना के बाद पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है। नींद कम आना सांस से जुड़ी परेशानी पेट से संबंधित शिकायत और अजीब गंध आना अथवा स्मेल को लेकर भ्रांतियां मरीज का खुद को स्वस्थ न समझना इत्यादि दिक्कतों की शिकायतें मुख्य हैं।
By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sat, 26 Jun 2021 03:50 PM (IST)Updated: Sat, 26 Jun 2021 03:50 PM (IST)
जागरण संवाददाता, सिरसा। कोरोना संक्रमण के बाद पोस्ट कोविड समस्याएं मरीजों को घेर रही हैं। इसे रोका जा सकता है और जो ठीक हो सकती है। मरीज ज्यादा तनाव न लें। अपनी रूटीन की डाइट में पेय पदार्थों का सेवन ज्यादा करें। इस दौरान कोरोना को लेकर इंटरनेट और न्यूज चैनल पर बहुत अधिक पढ़ने और देखने की बजाय मात्र वैज्ञानिक जानकारी ही रखें और अधिक तनाव न लें।
कोरोना संक्रमण से उबरने वाले रोगियों काे आमजन भी पूरा सहयोग करें। इन सब बातों पर ध्यान दिया जाए तो कोरोना को मात देकर स्वस्थ होने वाले मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं। यह बात नागरिक अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज शर्मा ने शनिवार को दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में पाठकों से रूबरू होते हुए कहे। जिलेभर से अनेक पाठकों से कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी मानसिक स्थिति, तनाव इत्यादि को लेकर सवाल किए, जिनका डा. पंकज ने जबाव देकर उनकी जिज्ञासा शांत की।
पोस्ट कोविड में आने वाली समस्याएं
डॉ. पंकज शर्मा ने बताया कि कोरोना से ठीक होने के बाद बहुत से रोगियों को तनाव व वहम संबंधित अनेक तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं। रोजाना ओपीडी में दो से तीन ऐसे केस आ रहे हैं। नींद कम आना, सांस से जुड़ी परेशानी, पेट से संबंधित शिकायत और अजीब गंध आना अथवा स्मेल को लेकर भ्रांतियां, मरीज का खुद को स्वस्थ न समझना इत्यादि दिक्कतों की शिकायतें मुख्य है। कोरोना के इलाज के दौरान मरीज का सारा ध्यान अपने आक्सीजन लेवल, गंध इत्यादि पर रहा, जिस कारण ठीक होने के बाद भी उसे वहम रहता है। कोरोना को मात देने के बाद मरीज स्वस्थ हो जाता है, और उससे औरों को भी संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता।
बचाव के लिए क्या करे मरीज
- कोरोना से उबर चुके मरीज अपना ध्यान कोरोना से हटाकर अपनी दिनचर्या की तरफ दें।
- हर समय कोरोना संबंधित न्यूज में न डूबे रहे, वैज्ञानिक जानकारियों को अधिक आधार बनाएं। गैर जरूरी जानकारी से परहेज करें।
- अपनी रूटीन की डाइट में लिक्विड पदार्थ दूध, सूप, शिंकजवी, लस्सी इत्यादि लें। ड्राइ फ्रूट भिगोकर लें। घर का बना ताजा भोजन खाएं, फास्ट फूड से परहेज करें।
- अधिक तनाव न लें, इससे इम्यूनिटी पर असर पड़ता है। सदैव सकारात्मक सोच रखें।
- समाज के लोग भी कोरोना से उभर चुके मरीज के प्रति सहानुभूति पूर्ण माहौल बनाएं। उससे किसी तरह का भेदभाव करने की बजाय उसका हर संभव सहयोग करें।
- कोरोना से उबरने के बाद चिकित्सक के परामर्श के अनुसार निश्चित समय पर वैक्सीन लगवाएं और मास्क लगाने और शारीरिक दूरी की पालना अवश्य करें।
- बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए उनके आगे अभिभावक रोल माडल बनें और मास्क लगाने व कोविड 19 नियमों की पालना करें।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें