कांग्रेस में तेज हुई इस्तीफे की राजनीति, अब कुलदीप बिश्नोई ने दिया त्यागपत्र, जानें क्या वजह बताई
राहुल गांधी के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद पार्टी में इस्तीफे की राजनीति चल रही है। कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दिया है।
हिसार, जेएनएन। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी में इस्तीफे की राजनीति तेज हो गई है। अब हरियाणा कांग्रेस के नेता कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कुलदीप बिश्नोई ने इस्तीफे का कारण लोकसभा चुनाव में हिसार से पार्टी प्रत्याशी अपने बेटे भव्य बिश्नोई की हार को बताया है। उन्होंने लंदन से ट्वीट कर यह जानकारी दी। वह लंदन में गले का इलाज करवाने गए हुए हैं। इस सप्ताह के अंत तक उनके स्वदेश लौटने की उम्मीद है।
कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैंने अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है। जिस दिन मेरे बेटे ने हिसार से लोकसभा चुनाव हारा था, उस दिन से ही मैंने मन बना लिया था कि कांगेेस कार्यसमिति की सदस्यता से इस्तीफा दूंगा। उन्होंने लिखा है, मैं कभी पावर और पद का भूखा नहीं रहा। मैंने नैतिकता और मूल्यों में निहित राजनीति को हमेशा आगे बढ़ाया है।
उन्होंने अंत में लिखा कि कांग्रेस में सभी स्तरों पर अधिक जवाबदेही की आवश्यकता है, इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव हजकां-भाजपा के हिसार से संयुक्त उम्मीदवार रहे कुलदीप बिश्नोई तब दुष्यंत चौटाला से हार गए थे। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने 19 अप्रैल 2016 को अपनी पार्टी हजकां का कांग्रेस में विलय कर लिया था। तब से वह कांग्रेस में हैं।
आदमपुर से भी बेटे भव्य को बढ़त नहीं दिला पाए थे कुलदीप
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े भव्य बिश्नोई आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में भी पिछड़ गए थे। आदमपुर कुलदीप बिश्नोई के पिता व पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का गढ़ रहा है। 52 साल में यह पहला मौका था जब आदमपुर से उनको करारी शिकस्त मिली। इसकी टीस उनकी जुबान पर तब आई जब चुनाव के बाद आदमपुर में जनसभा के दौरान उन्होंने भावानात्मक भाषण दिया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी बृजेंद्रसिंह को आदमपुर से 59122 वोट मिले थे, जबकि भव्य बिश्नोई को 35895 वोट मिले थे।