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पोस्‍टर और बैनर छपवा प्रचार की तैयारी में थी राजलीवाला फैमिली, मगर हुई टिकट ट्रेजडी

पहली बार शहर में भव्य तरीके से प्रचार अभियान शुरू करने की तैयारी पूर्व मेयर राजलीवाला के परिवार ने कर ली थी। विभिन्न प्रचार सामग्री पर खर्च किए जा चुके हैं। मगर टिकट नहीं मिली।

By Edited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 04:00 AM (IST)Updated: Thu, 06 Dec 2018 04:00 AM (IST)
पोस्‍टर और बैनर छपवा प्रचार की तैयारी में थी राजलीवाला फैमिली, मगर हुई टिकट ट्रेजडी
पोस्‍टर और बैनर छपवा प्रचार की तैयारी में थी राजलीवाला फैमिली, मगर हुई टिकट ट्रेजडी

हिसार, जेएनएन। निवर्तमान मेयर शकुंतला राजलीवाला ने अपने परिवार के साथ मिलकर मेयर चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थीं। पैतृक गांव राजली जाकर समर्थकों के साथ धोक लगाकर आई थीं। इसके बाद अभियान को गति दी गई थी। जिंदल आवास पर जाने के कुछ समय तक निवर्तमान मेयर शकुंतला राजलीवाला का प्रचार अभियान चल रहा था।

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सूत्रों की मानें तो पहली बार शहर में भव्य तरीके से प्रचार अभियान शुरू करने की तैयारी राजलीवाला परिवार ने की थी। करीब दस लाख रुपये विभिन्न प्रचार सामग्री पर खर्च किए जा चुके हैं। बड़े लेवल पर प्रचार को लेकर प्लान बनाया गया था। निवर्तमान मेयर के विकास कार्यो को जनता के सामने लाने के लिए वीडियो क्लिप बनाने का काम शुरू कर दिया था। पोस्टर बैनर हो चुके तैयार मेयर चुनाव को लेकर पोस्टर बैनर, वेबसाइट, स्टीकर आदि छपवा लिए गए थे। सोशल मीडिया पर पेज बना दिया गया था।

वाट्सएप ग्रुप पर प्रचार चल रहा था। एजेंसी हायर कर ली गई थी, जो विभिन्न माध्यमों से प्रचार करने वाली थी। एसोसिएशन और पूर्व पार्षद से साध रहे थे संपर्क राजलीवाला परिवार ने सभी कर्मचारी यूनियन और अपने करीबियों को लेकर विशेष बैठक बुलाई गई थी। सभी से समर्थन मांगा गया था। इसके अलावा पूर्व पार्षदों और निवर्तमान पार्षदों से संपर्क साधकर समर्थन की मांग स्वयं निवर्तमान मेयर कर चुकी थीं।

पूरी तरह से कार्यकर्ताओं को एक्टिव किया जा चुका था। पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल के बीते दिन हिसार पहुंचने से पूर्व एक बार केवल निवर्तमान मेयर की ही बात हुई थी। अलसुबह तक सभी को लग रहा था कि बस औपचारिक घोषणा ही करना बाकी है। हनुमान ऐरन से मिलने का था प्लान भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर राजलीवाला परिवार हनुमान ऐरन से संपर्क साधने में लगा हुआ था। ऐरन परिवार को वह अपने समर्थन लेने के प्रयास में थे। इसको लेकर परिवार के अहम सदस्य हनुमान से बातचीत करने का प्रयास कर रहे थे।


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