बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे पीजी सील करेगी पुलिस, कोई बाहरी मिला तो मालिक पर होगी FIR Hisar news
निगम के सुस्ती के बाद पुलिस ने पीजी पर कसा शिकंजा 15 दिन का दिया समय। शहर में 140 पीजी में रह रहे युवक-युवतियों की अब तक किसी के पास नहीं डिटेल। पुलिस ने शुरू किया अभियान
हिसार, जेएनएन। शहर में पीजी की भरमार है। मगर इनमें कौन रह रहा है और कब से रह रहा है, इसका रिकॉर्ड प्रशासन के पास नहीं है। जो शहरवासियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है। जवाहर नगर के पीजी में युवकों की गुंडागर्दी के बाद हिसार पुलिस जाग गई है और पूरे शहर में जितने भी पीजी चल रहे हैं, उनका परमिट और रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। जो पीजी बिना परमिट के चल रहा होगा तो उसको उसी समय सील कर दिया जाएगा।
जवाहर नगर की घटना के बाद एसपी शिवचरण ने इसके लिए सख्त आदेश दे दिए हैं। अब किसी भी पीजी में रहने वाले युवकों ने हंगामा या मारपीट की तो पीजी मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। इसके अलावा पीजी में कौन-कौन रह रहा है, उनकी जानकारी पुलिस को देनी होगी। पुलिस उस जानकारी के आधार पर संबंधित युवक के क्षेत्र में जाकर जानकारी जुटाएगी।
दरअसल, जवाहर नगर की गली नंबर चार में पीजी के युवकों ने वीरवार को जमकर हंगामा किया था। पीजी में रहने वाले करीब 25 से 30 युवकों ने एकत्रित होकर महेंद्र ङ्क्षसह के घर पर हमला कर दिया था और घर में तोडफ़ोड़ कर आगजनी की। युवकों ने पथराव भी किया और गली में खड़े ऑटो का शीशा भी तोड़ दिया। हमले में बुजुर्ग दंपती महेंद्र ङ्क्षसह और संतारा देवी घायल हो गए थे। युवकों की पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में भी कैद हो गया। बाद में क्षेत्रवासी एकत्रित हुए और पीजी को बंद करने की आवाज बुलंद की थी। पुलिस ने तोडफ़ोड़, मारपीट सहित एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में दो युवकों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
पीजी संचालकों से पुलिस सर्वे में यह जुटा रही जानकारी
1. आपने पीजी कब खोला, क्या इसका परमिट है।
2. पीजी में कौन-कौन और कब से रह रहा है।
3. क्या पीजी में रह रहे सभी युवक-युवतियों की आइडी आपके पास है।
4. पीजी में रह रहे युवक या युवती क्या करते हैं।
5. क्या इनके परिजनों के नंबर भी आपके पास उपलब्ध है।
पीजी संचालकों को 15 दिन में देनी होगी पूरी डिटेल
शुक्रवार को एसपी शिवचरण से जवाहर के लोग पीजी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मिले थे। इस संबंध में शनिवार को एसपी के आदेश पर डीएसपी अमरजीत ने पीजी मालिकों को बुलाया और बताया कि पीजी रिहायशी क्षेत्र में होने के कारण घर से औरतों के बच्चों का निकलना मुश्किल हुआ है। अत: उनकी सुरक्षा से समझौता हो रहा है। लिहाजा सभी पीजी मालिकों को 20 दिसंबर तक सभी पीजी मालिकों से जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके बाद सभी पीजी का फिजिकली तौर पर पुलिस द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। उनकी एनओसी चेक की जाएगी। यदि कोई भी पीजी अवैध रूप से बिना परमिशन के चलता पाया गया तो उसे उसी समय सील कर दिया जाएगा। इस कार्य में सिविल प्रशासन की मदद ली जाएगी। पुलिस और सिविल अधिकारियों की टीम बनाकर यह कार्रवाई की जाएगी।
एसपी से सीधी बात
सवाल- शहर में कितने पीजी हैं और कौन रह रहा है, क्या इसकी जानकारी पुलिस के पास है?
जवाब- हमने शुक्रवार से सर्वे शुरू कर दिया है। अब तक पुलिस के पास पीजी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इनमें कौन रह रहा है, इसके बारे में भी नहीं पता था।
सवाल- पुलिस पीजी के बारे में क्या-क्या जानकारी जुटा रही है?
जवाब- पीजी के संचालकों से पूछा जा रहा है कि उनके पास परमिट है या नहीं। अगर नहीं है तो उसे सील कर दिया जाएगा। पीजी संचालकों से पीजी में रह रहे युवक-युवतियों की डिटेल मांगी जा रही है।
सवाल- डिटेल लेने के बाद पुलिस का अगला कदम क्या होगा?
जवाब-डिटेल लेने के बाद सभी युवक-युवतियों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। वह कौन है और क्या उनकी ओर से दी गई जानकारी सही है। इसके लिए संबंधित क्षेत्र की पुलिस से मदद ली जाएगी।
सवाल- क्या पीजी मालिकों की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती?
जवाब-यदि किसी पीजी का युवक कोई हंगामा करता मिलता है तो उस युवक पर तो कार्रवाई होगी ही, साथ ही पीजी मालिक पर भी एफआइआर दर्ज की जाएगी।