किसान और मजदूर संगठनों का प्रदर्शन, रोहतक लघु सचिवालय के गेट पर चढ़े प्रदर्शनकारी, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
रोहकर में किसानों के प्रदर्शन के दौरान महिला कार्यकर्ता लघु सचिवालय के गेट पर चढ़ गई और गेट खोलने का प्रयास किया। यह देख वहां तैनात पुलिस कर्मियों के भी हाथ पांव फूल गए और उन्होंने गेट को बंद रखने की कोशिश शुरू कर दी।
रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक में प्राकृतिक आपदा में नष्ट हुई फसलों का मुआवजा न मिलने व मजदूरों की समस्याओं का समाधान न होने से नाराज किसान व मजदूर संगठनों ने मंगलवार को शहर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनरी नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय के गेट पर चढ़ गए और गेट को खोल कर अंदर घुसने लगे तो पुलिस ने उन पर लाठियां भांजी और उन्हें बाहर कर गेट फिर से बंद कर दिया।
रोहतक पुलिस के छूटे पसीने
पुलिस के लाठी भांजने में किसान नेता प्रीत सिंह सहित तीन किसान मामूली रूप से चोटिल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने वहीं पर नारेबाजी तेज कर दी और सड़क पर बैठ गए। जिसके चलते लघु सचिवालय के बाहर एक तरफ का रोड जाम हो गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गई। उधर, प्रदर्शनकारियों के चलते पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए।
किसानों ने किया प्रदर्शन
पुलिस ने यातायात व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने के लिए रूट डायवर्ट किया तो वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने भी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुला लिया। किसान और मजदूरों के प्रतिनिधिमंडल लघु सचिवालय में अधिकारियों से बातचीत के लिए गए हुए हैं। किसान नेताओं के मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर यह प्रदर्शन किया गया।
अखिल भारतीय किसान सभा से प्रीत सिंह, सुमित, भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान, भारतीय किसान यूनियन टिकैत से गीता, सीटू के अलावा मजदूर संगठनों के सदस्य मंगलवार दोपहर काे मानसरोवर पार्क से प्रदर्शन करते हुए चले। नारेबाजी करते हुए सभी सदस्य लघु सचिवालय के गेट पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने अधिकारियों को ज्ञापन देने के लिए दस मिनट का अल्टीमेटम दिया। इस समय के बाद जब कोई भी अधिकारी उनके पास नहीं पहुंचा तो उन्होंने रोष प्रकट करना शुरू कर दिया।
महिला कार्यकर्ता सचिवालय के गेट पर चढ़े
महिला कार्यकर्ता लघु सचिवालय के गेट पर चढ़ गई और गेट खोलने का प्रयास किया। यह देख वहां तैनात पुलिस कर्मियों के भी हाथ पांव फूल गए और उन्होंने गेट को बंद रखने की कोशिश शुरू कर दी। कुछ क्षण के लिए दोनों तरफ से खूब जद्दोजहद होती रही। इसी जद्दोजहद के बीच गेट खुल गया और प्रदर्शनकारी अंदर घुसने लगे को पुलिस ने भी उन पर लाठिया भांजते हुए उन्हें बाहर कर गेट फिर बंद कर दिया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी काफी संख्या में शामिल रही। इससे पहले उन्होंने मानसरोवर पार्क में सभा की। जिसमें मजदूरों के मामले में पुलिस कार्रवाई न होने पर रोष प्रकट किया गया। बहरहाल, अधिकारियों को संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत जारी है।
एंबुलैंस के लिए दिया रास्ता
प्रदर्शनकारी जब रोड पर बैठे और जाम लगाया तो कुछ समय बाद ही एक एंबुलैंस वहां पर पहुंचे। किसान नेता बल्लू प्रधान ने यह देख एंबुलेंस को जाने देने का आग्रह किया और एंबुलैंस आगे बढ़ गई। इसके कुछ समय बाद ही एक अन्य एंबुलैंस भी वहां आई तो प्रदर्शनकारियों ने उसे भी जाने दिया और एंबुलैंस जाने के बाद फिर से सड़क पर बैठ गए।