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हरियाणा की जेलों में होगी जहरमुक्त खेती, जिस जेल में राम रहीम वहां से होगी शुरुआत

कैदियों को दिया जाएगा जीरो बजट खेती का प्रशिक्षण। चार फरवरी को रोहतक की सुनारिया जेल से होगा शुरू होगा प्रोजेक्ट। गुजरात के राज्यपाल देवव्रत और जेल मंत्री रणजीत सिंह करेंगे शुरुआत

By Edited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 07:10 PM (IST)Updated: Sun, 02 Feb 2020 03:12 PM (IST)
हरियाणा की जेलों में होगी जहरमुक्त खेती, जिस जेल में राम रहीम वहां से होगी शुरुआत
हरियाणा की जेलों में होगी जहरमुक्त खेती, जिस जेल में राम रहीम वहां से होगी शुरुआत

रोहतक [ओपी वशिष्ठ। प्रदेश की जेलों में रसायन मुक्त यानि जहरमुक्त खेती करने की योजना सरकार ने बनाई है। जेलों की जमीन पर जहां जीरो बजट खेती होगी, वहीं कैदी व बंदियों को प्रशिक्षण देकर मुख्यधारा में लाकर उनकी आजीविका का जरिया बनाया जाएगा। इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत रोहतक की सुनारिया जेल में चार फरवरी को शुरू होगा। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत खुद प्रशिक्षण देने आएंगे।

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प्रदेश में जिला जेलों में काफी ऐसी जमीन है, जहां पर कैदियों से फार्मिंग का कार्य लिया जाता है। राज्य सरकार ने अब जेलों में पड़ी जमीन पर जीरो बजट खेती करने का निर्णय लिया है। इससे एक तो बिना खर्च की खेती होगी, दूसरा कैदी व बंदियों को निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। ताकि जेल से बाहर निकलने के बाद वे जीरो बजट खेती करके अपनी आजीविका चला सके। सैकड़ों एकड़ जमीन हरियाणा की जेलों में खाली पड़ी है, जिसका बेहतर इस्तेमाल हो पाएगा।

जेल अधीक्षकों को भी दिया जाएगा प्रशिक्षण

सुनारिया जेल में चार फरवरी को पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत में हरियाणा की जेलों के सभी जेल अधीक्षकों व उपाधीक्षकों को आमंत्रित किया गया है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत खुद कैदी व बंदियों के साथ-साथ जेल अधीक्षकों व उपाधीक्षकों को जीरो बजट खेती का प्रशिक्षण देंगे। बता दें कि आचार्य देवव्रत कुरुक्षेत्र में 180 एकड़ जमीन पर जीरो बजट खेती कर रहे हैं। इसमें बासमती धान, सामान्य धान, सब्जी, गन्ना उगाया जाता है। साथ ही अखरोट, अमरूद, सेब व बेर के बाग भी लगाए गए हैं।

जेलों में गाय पालन से तैयार होगा जैविक खाद

प्रदेश की जेलों में गाय पालन भी होगा। जिससे जैविक खाद तैयार किया जाएगा। जीव अमृत तैयार करने के लिए गाय का 20 किलो गोबर, पांच लीटर गौ-मूत्र, एक किलो बेसन, एक किलो गुड, पांच किलो बरगद के पेड के पास की मिट्टी की जरूरत होती है। इन सभी को मिलाकर लड्डू बनाकर  छांव में सुखाया जाता है। बाद में इन लड्डुओं को फोड़कर खेत में फैला दें तो जैविक खाद का काम करेंगे।

----प्रदेश की जेलों में जीरो बजट खेती शुरू करने के लिए चार फरवरी को सुनारिया जेल में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। गुजरात  के राज्यपाल आचार्य देवव्रत खुद कैदियों व बंदियों को प्रशिक्षण देने आ रहे हैं। जेलों में अधिकतर कैदी व बंदी ग्रामीण पृष्ठभूमि के हैं, जिनको प्रशिक्षित कर उनकी आजीविका का जरिया बनाने का लक्ष्य सरकार ने बनाया है।

- चौधरी रणजीत सिंह, जेल मंत्री, हरियाणा।


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