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पेड़ों को बचाने के लिए 28 किलोमीटर की सेफ्टी सड़क पर एयरपोर्ट कर सकता है प्लांटेशन

जागरण संवाददाता हिसार एयरपोर्ट पर एन्वायरनमेंट क्लीयरेंस के लिए जनसुनवाई 10 जून को निधा

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 08:20 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 06:14 AM (IST)
पेड़ों को बचाने के लिए 28 किलोमीटर की सेफ्टी सड़क पर एयरपोर्ट कर सकता है प्लांटेशन
पेड़ों को बचाने के लिए 28 किलोमीटर की सेफ्टी सड़क पर एयरपोर्ट कर सकता है प्लांटेशन

जागरण संवाददाता, हिसार : एयरपोर्ट पर एन्वायरनमेंट क्लीयरेंस के लिए जनसुनवाई 10 जून को निर्धारित हुई है। ऐसे में इसको लेकर विभागीय तैयारियां तेज कर दी गई हैं। एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों की माने तो एयरपोर्ट प्रशासन कोशिश कर रहा है कि इस प्रोजेक्ट में कम से कम पेड़ों को नुकसान हो। इसके लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है। जिसमें एयरपोर्ट प्रशासन की मंशा है कि एयरपोर्ट की परिधि करीब 28 किलोमीटर की है। जिस पर सुरक्षा सड़क बनाई जाएगी। विस्तार के लिए पेड़ों को काटा जाता है तो इस 28 किलोमीटर की सेफ्टी सड़क के दोनों तरफ प्लांटेशन की संभावना बन सकती है। ऐसे में जिन पेड़ों को काटा नहीं जा सकेगा वहां वैकल्पिक रास्ता निकालने पर भी विचार चल रहा है।

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गौरतलब है कि एयरपोर्ट के निर्माण में फॉरेस्ट व नॉन फॉरेस्ट दोनों प्रकार की जमीनें मौजूद हैं। विस्तार के लिए पेड़ काटे जाते हैं तो हिसार के पर्यावरण को देखते हुए अलग से किसी स्थान को चिन्हित किया जाएगा जिस पर इन पेड़ों पौधों जितने प्लांटेशन की जा सके और जंगल बनाया जा सके। ताकि प्रदूषण से किसी को कोई दिक्कत न हो।

सड़क मोड़ने पर भी चल रहा विचार

धान्सू और बरवाला रोड पर करीब 200 पेड़ हैं जो एयरपोर्ट के विस्तार में आड़े आ सकते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट प्रशासन का प्लान है कि अगर पेड़ों को न काटकर सड़क को ही मोड़ दे दिया जाए तो पेड़ों को भी बचाया जा सकता है। ऐसे में कई प्लान हैं जो अभी कागजों में घूम रहे हैं। यह है हिसार एयरपोर्ट की क्षमता और विस्तार

- कुल 7200 एकड़ भूखंड पर हिसार एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है।

- हिसार एयरपोर्ट की विस्तार के बाद संचालन क्षमता में बढ़ोतरी होगी।

- एयरपोर्ट की यात्री हैंडलिग क्षमता 3.5 एमपीपीए (प्रतिवर्ष यात्रियों की संख्या) है।

- एयरपोर्ट पर कार्गो क्षमता 20 हजार मीट्रिक टन एमटीपीए होगी।

- यह गतिविधि-7 (ए) व श्रेणी-ए का एयरपोर्ट होगा।

- यह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की भीड़भाड़ व ट्रैफिक को कम करने में मददगार होगा।

- दिल्ली के एयरपोर्ट पर वार्षिक आधार पर 6.34 करोड़ लोग आने-जाने के लिए प्रयोग करते हैं।


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