गड्ढों ने बढ़ाई रात में राहगीरों की मुसीबत, अंधेरे में डूबा मिला दिल्ली रोड
सड़कों पर पड़े गड्ढे राहगीरों की मुसीबतें बढ़ा रहा हैं। दिल्ली रोड भी अंधेरे में डूबा हुआ है। स्ट्रीट लाइट पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा करने वाले नगर निगम के अधिकारियों को बंद स्ट्रीट लाइट नहीं दिखतीं।
जागरण संवाददाता, रोहतक। रात के वक्त बरसात के बाद आपका शहर साफ-सुथरा दिखे। सड़कों पर गड्ढे न हों और रोशनी से प्रमुख मार्ग जगमग हों। लेकिन जोरदार बरसात और ऊपर से अंधेरा आपके सफर को टेंशन दे सकता है। शनिवार की रात को शहर के प्रमुख मार्गों व कई कालोनियों के हालातों को देखा। बेसहारा पशु सड़कों पर दिखे। हालांकि जिन प्वाइंट पर हरा चारा काटने की मशीन लगी हुई हैं वहीं बेसहारा पशुओं का जमावड़ा देखा। स्ट्रीट लाइट पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा करने वाले नगर निगम के अधिकारियों को बंद स्ट्रीट लाइट नहीं दिखतीं।
शनिवार की देर रात प्रमुख मार्गों, कालोनियों व बाजारों के हालात देखे। गांधी कैंप में सब्जी वाले मार्ग पर पशुओं का जमावड़ा मिला। सफाई के बजाय यहां कचरे के ढेर थे। इसी तरह से सरकुलर रोड पर गड्ढे थे। राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। सेक्टर-6 मोड और नए बस अड्डे के निकट भी गड्ढों के कारण राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। रात के वक्त कुछ प्रमुख मार्गों के साथ ही गलियों में सड़कें धंसने की शिकायतें थीं। दिल्ली रोड पर सीवरेज व पानी की लाइन के मेनहाल ऊपर या फिर सड़क के लेवल से नीचे होने के कारण वाहन चालकों को टेंशन दे रहे थे।
कुछ कालोनियों में सीवरेज ओवरफ्लो के चलते घरें में घुसा पानी
दुर्गा कालोनी में कई गलियों में सीवरेज ओवरफ्लो के साथ ही बरसाती पानी की निकासी का रास्ता नहीं था। इसलिए घरों के अंदर बरसाती और सीवरेज का पानी घुस गया। रविवार की दोपहर तक गलियों व घरों में पानी भरा हुआ था। शिकायत के बावजूद भी जनस्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची। इसलिए लोग नाराज दिखे।
दिल्ली रोड पर स्ट्रीट लाइट बंद
दिल्ली रोड पर सोनीपत स्टैंड से सुभाष चौक तक और आंबेडकर चौक के अलावा एलिवेटेड रोड पर स्ट्रीट लाइट बंद मिलीं। देर रात किला रोड बाजार की कुछ लाइट बंद थीं। बरसात के बाद यहां भी देर रात तक जल निकासी के बेहतर इंतजाम नहीं थे। अच्छी बात यह थी कि रात का वक्त था नहीं तो आवागमन प्रभावित होता है। इसी तरह से सोनीपत रोड, डी-पार्क के निकट भी कुछ स्ट्रीट लाइट बंद थीं। यहां खाली प्लाट के निकट बेसहारा पशु थे। बरसात के बाद यहां दूसरी जगह पशु पहुंच गए।