पिता समेत आठ लोगों की हत्या करने वाले दोषियों की गिरफ्तारी व पैरोल नहीं देने की राष्ट्रपति से गुहार
पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया सहित उनके परिवार के आठ लोगों के हत्यारे रेलूराम पूनिया के दामाद संजीव व बेटी सोनिया से जान-माल का खतरा बताते हुए रेलूराम पूनिया के परिवार ने अब राष्ट्रपति से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पासा राम धत्तरवाल, उकलाना (हिसार): पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया सहित उनके परिवार के आठ लोगों के हत्यारे रेलूराम पूनिया के दामाद संजीव व बेटी सोनिया से जान-माल का खतरा बताते हुए रेलूराम पूनिया के परिवार ने अब राष्ट्रपति से सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसकी प्रतियां गृहमंत्री भारत सरकार, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मानवाधिकार आयोग, डीजीपी व जेल डीजीपी को भी भेजी है।
बुधवार को रेलूराम पूनिया के भतीजे जितेंद्र पूनिया ने राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद के नाम एक पत्र लिखा और कहा कि संजीव व सोनिया ने मिलकर प्रॉपर्टी हथियाने के लिए पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया व उनके सात अन्य सदस्यों की 2001 में हत्या कर दी थी। जिसमें दोनों को पहले फांसी हुई और बाद में उम्रकैद में बदल दिया गया। जेल में बंद हत्यारे संजीव व सोनिया ने मिलकर साजिश रची और बड़ी साजिश के तहत फर्जी पता दिखाकर तथा पैसे देकर जमानती देकर संजीव ने फरार होने के लिए पैरोल हासिल कर ली, जिसमें संजीव सफल रहा और फरार हो गया। संजीव व सोनिया सजा होने के बाद बार-बार जेल बदलते रहे हैं और इसके चलते उनकी हरियाणा की विभिन्न जेलों में बंद आतंकवादियों से दोस्ती हो गई। जिस कारण अब फरार संजीव से पूनिया परिवार को जान-माल का खतरा बना हुआ है। फरार संजीव को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए तथा उनके परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। सोनिया की पैरोल रूकवाने की लगाई गुहार
जितेंद्र पूनिया ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि हत्या करने वाली सोनिया ने कुरुक्षेत्र की अदालत में पैरोल के लिए आवेदन किया है जब कि संजीव पैरोल हासिल करके फरार हो चुका है। ऐसे में अगर सोनिया को पैरोल दी गई तो वह भी संजीव की तरह फरार हो जाएगी और संजीव के साथ मिलकर उनके परिवार की हत्या कर सकती है। इसलिए सोनिया के पैरोल देने के आवेदन को हमेशा हमेशा के लिए खारिज करवाया जाए तथा गिरफ्तारी के बाद संजीव को भी भविष्य में कभी पैरोल न दी जाए।
फरार संजीव के देश छोड़ने की जताई आशंका
जितेंद्र पूनिया ने कहा कि पैरोल के बाद फरार संजीव हो सकता है देश छोड़ चुका हो या फिर देश छोड़ने की फिराक में हो। क्योंकि उसके संबंध विदेशी आतंकवादियों से रहे हैं। जिसमें मुख्य रूप से ¨पटो, राजन गोड, मसूद अख्तर उर्फ हैदर, रामू हैदर, आनंद शामिल हैं। आतंकवादियों के साथ मिलकर संजीव अंबाला जेल में सुरंग बनाकर भागने का प्रयास कर चुका है और इस मामले में उनको अदालत से सजा भी हुई थी। संजीव व सोनिया दोनों प्रदेश के अनेक जेलों में रह चुके हैं और आवेदन देकर साजिश के तहत बार-बार जेल बदलते रहे हैं। जिस कारण उनके संबंध आतंकवादियों से बढ़ते गए हैं। ऐसे में अब फरार संजीव आतंकवादियों से मिलकर पूनिया परिवार की हत्या करवा सकता है।
पैरोल मामले की जांच की मांग
जितेंद्र पूनिया ने राष्ट्रपति से मांग की कि हत्यारे संजीव को पैरोल देने के मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए। आठ लोगों के हत्यारे संजीव को जिस तरह से फर्जी पते पर और जमानतियों की पूरी शिनाख्त किए बिना पैरोल दी गई है वह पूरी तरह से संदेश के घेरे में हैं। इस साजिश में कई अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। उम्मीद है कि जांच के बाद बडे़ खुलासे हो जाएं।