हिसार में पीजीआइ का निर्माण को लेकर एकजुट होंगे जनसंगठन
व्यापारी, कर्मचारी, किसान, मजदूर, छात्र, युवा एवं महिला संगठनों द्वारा गठित जन संगठन मंच की ओर से ढींगड़ा चौक पर जन धरना दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हिसार
व्यापारी, कर्मचारी, किसान, मजदूर, छात्र, युवा एवं महिला संगठनों द्वारा गठित जन संगठन मंच की ओर से 23 मार्च को सुबह दस बजे रेड स्क्वेयर मार्केट स्थित शहीद मदनलाल ढींगड़ा चौक पर जन धरना दिया जाएगा।
इस धरने के माध्यम से हिसार में पीजी आईएमएस का निर्माण करने तथा कुछ प्राइवेट नर्सिंग होम्स की लूट रोकने के लिए आचार संहिता बनाने सहित विभिन्न मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाया जाएगा। इस जन धरने की तैयारियों को लेकर गुरूवार को हिसार जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष गौतम सरदाना की अध्यक्षता में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चलाया गया।
इस मौके पर लोगों से रूबरू होते हुए हिसार जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष गौतम सरदाना ने कहा कि हिसार शहर मेडिकल हब के रूप में विकसित हो रहा है, जहा हरियाणा की सीमा से लगते राजस्थान, पंजाब तथा यूपी तक के लोग इलाज के लिए आते हैं। इसलिए हिसार शहर में चंडीगढ व रोहतक की तर्ज पर पीजीआई बनाने जाने की सख्त जरूरत है। यहा पर पीजीआई बनने से न केवल हिसार बल्कि आस पास के अन्य जिलों व पड़ोसी राज्यों के जिलों के लोगों को बेहतर व सस्ती चिकित्सीय सुविधाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने कहा कि गुरूवार को दिए जाने वाले जन धरने में रोहतक चंडीगढ़ की तर्ज पर हिसार के सेक्टर 16-17 में अस्तपाल के लिए छोड़ी गई अस्पताल की जगह पर पीजीआई अस्पताल बनाए जाने, शहर के सामान्य अस्पताल, सेक्टर 1-4 अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रो, सीएचसी व पीएचसी में पूरा स्टाफ, चिकित्सक व नर्स के साथ पूरी मशीनों सहित दवाओं को इंतजाम करने, स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज निशुल्क करने व सभी प्रकार के टेस्ट और तीन महीने बाद सभी की शारीरिक जाच निशुल्क देने, हर दस हजार की आबादी पर पूरी सुविधाओं सहित दस बिस्तरों का अस्पताल बनाए जाने, प्राइवेट अस्पतालों के रेट सुविधाओं के आधार पर सरकार द्वारा न्यूनतम मूल्य पर तय करने, प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल मरीजों से डॉक्टर विजिटिंग चार्ज लेने पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने, सरकारी जमीन पर बने प्राइवेट अस्पतालों में 30 प्रतिशत गरीब मरीजों का इलाज सोशल ऑडिट कमेटी की देखरेख में करने, प्राइवेट अस्पतालों पर क्लीनिकल एक्ट लागू करवाने, सरकारी अस्पतालों में रिक्त स्थानों को भरने के लिए चिकित्सकों का वेतन
योग्यता के आधार पर बढ़ाए जाने तथा सभी चिकित्सकों द्वारा दवाइयों को सॉल्ट नाम के साथ लिखने का सख्त कानून बनाने सहित अन्य मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाया जाएगा ताकि मरीजों को बेहतरीन व न्यूनतम खर्च पर चिकित्सीय सुविधाएं मिल सके।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस जन आदोलन में ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लें ताकि जनहित के उक्त मुद्दों को पूरा कराया जा सके।