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कोरोना के साथ-साथ बुखार की चपेट में ग्रामीण, खांडा खेड़ी में 14 लोगों की मौत स्वास्थ्य विभाग अनजान

पिछले एक सप्ताह के दौरान सैकड़ों लोग अपनी जान के साथ हाथ धो चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 06:36 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 06:36 AM (IST)
कोरोना के साथ-साथ बुखार की चपेट में ग्रामीण, खांडा खेड़ी में 14 लोगों की मौत स्वास्थ्य विभाग अनजान
कोरोना के साथ-साथ बुखार की चपेट में ग्रामीण, खांडा खेड़ी में 14 लोगों की मौत स्वास्थ्य विभाग अनजान

सुनील मान, नारनौंद : पिछले एक सप्ताह के दौरान सैकड़ों लोग अपनी जान के साथ हाथ धो चुके हैं। उसके बावजूद भी ग्रामीण जागरूक नहीं हुए और वह कोरोना के सैंपल देने में पीछे हट रहे हैं। बुखार होने पर गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहे हैं। अगर देखा जाए तो पिछले एक सप्ताह में पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के गांव खांडा खेड़ी में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। जिनमें से 2 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल अनजान बना हुआ है।

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शहरों के बाद अब कोरोना महामारी ने गांव में भी पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। गांव में हर रोज दर्जनों कोरोना के केश पाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के लोग सैंपलिग करवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। क्षेत्र के दर्जनों गांव में लोग बुखार से पीड़ित हैं। लेकिन वह कोरोना का टेस्ट ना करवा कर गांव के झोलाछाप डॉक्टरों से दवा ले रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण कह रही है कि अगर कोरोना का टेस्ट करवाया तो हमें हॉस्पिटल में ले जाकर महंगा इलाज करवाना पड़ेगा। गांव खांडा खेड़ी में 1 मई से 7 मई तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 मई को तीन लोगों की मौत हो गई। जिनमें से दो लोगों की मौत कोरोना से हुई है और एक व्यक्ति की मौत किसी अन्य कारण से हुई है। ऐसे में अब तक इस गांव में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांव में सैंपलिग करवाने के लिए पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने सैंपल करवाने में कोई दिलचस्पी दिखाई नहीं दी। गांव में करीब सब लोग कोरोना पॉजिटिव है। जोकि गांव में ही रह कर अपना इलाज ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस गांव में सर्वे की टीम भेज दी है और वह लगातार ग्रामीणों को जागरूक कर रही है।

इस संबंध में एसएमओ डॉक्टर यशपाल ने बताया कि गांव में हेल्थ सर्वे करवाया जा रहा है। ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है कि वह ज्यादा से ज्यादा सैंपलिग करवाए जिन लोगों को बुखार की शिकायत हो जाती है। वह सबसे पहले अपना सैंपल करवाएं। इसके लिए मौजिज लोगों को भी सहयोग करना चाहिए ताकि गांव में महामारी फैलने से बचाया जा सके। इस गांव में अलग से भी सैंपल लेने के लिए एक टीम तैनात की जाएगी।

ज्यादा से ज्यादा लोगों की करवाई जाएगी सैंपलिंग

गांव की सरपंच किरण देवी ने बताया कि सैंपलिग करवाने के लिए ग्रामीणों को लगातार जागरूक किया जा रहा है लेकिन लोगों के मन में कोरोना के प्रति डर का भय बना हुआ है इस वजह से लोग टेस्ट करवाने से पीछे हट रहे हैं। अब लोगों को समझा-बुझाकर ज्यादा से ज्यादा सैंपलिग करवाई जाएगी।


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