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सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा मगर मैकेनिक के अभाव में काम अधूरा

कोरोना महामारी के संकट के दौरान जब ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है। इसके लिए सिविल अस्पताल में केंद्र सरकार की मदद से ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट लगाया जाना था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 05:20 AM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 05:20 AM (IST)
सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा मगर मैकेनिक के अभाव में काम अधूरा
सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा मगर मैकेनिक के अभाव में काम अधूरा

जागरण संवाददाता, हिसार: कोरोना महामारी के संकट के दौरान जब ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है। इसके लिए सिविल अस्पताल में केंद्र सरकार की मदद से ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट लगाया जाना था। इस प्लांट की मौजूदा हालात यह है कि इंफ्रास्ट्रक्चर और मशीनों के भाग आ रखे हैं मगर अभी तक इस प्लांट पर काम नहीं शुरू हुआ है। यह हालत तब है जब ऑक्सीजन को लेकर जिला पर लगातार दबाव बन रहा है। इस प्लांट को मिकेनिक आकर इंस्टॉल करेंगे तभी यह शुरू होगा। अभी तक मिकेनिक के इंतजार में देरी हो रही है। यह प्लांट शुरू हो जाता तो महामारी से निपटने के कम से कम सिविल अस्पताल अपनी जरूरतें पूरी कर लेता। ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट में चार टन वजन की एक ऑक्सीजन जनरेटर मशीन स्थापित की गई। जिससे प्रतिदिन ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकेंगे। जिससे कोरोना काल जैसी आपदा में भी सिविल अस्पताल ऑक्सीजन के लिए आत्मनिर्भर बन जाएगा। नए स्ट्रेन से बढ़ गया है ऑक्सीजन का महत्व

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सिविल अस्पताल के मलेरिया विभाग के पार्क में ऑक्सीजन जनरेट प्लांट लगाया गया है। ऑक्सीजन प्लांट की तीन वर्ष की वारंटी है। कोरोना काल के चलते ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है। नए स्ट्रेन के चलते व अन्य महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जनरेटर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे है। गौरतलब है कि सरकार की ओर से ऑक्सीजन खपत के कारण सरकार अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेटर सिस्टम लगा रही है। इसके तहत अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाकर अस्पताल में लगाए गए सभी बेड के पास पाइपलाइन व प्वाइंट लगाए गए हैं। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए ऑक्सीजन के सिलेंडरों पर निर्भर नहीं रहना होगा। छोटे सिलेंडरों से चलाया जाता है काम

फिलहाल सिविल अस्पताल में छोटे ऑक्सीजन सिलेंडरों से मरीजों को ऑक्सीजन की पूर्ति की जाती है। प्रत्येक बैड तक सिलेंडर उठाकर ले जाने पड़ते है। प्लांट की क्षमता 40 सिलेंडर ऑक्सीजन प्रतिदिन तैयार करने की रहेगी। ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के जरिये नमी, धूल आदि को फिल्टर करने पर केवल 96 फीसद ऑक्सीजन स्टोर होगी। ऑक्सीजन को पाइपलाइन के जरिए वार्डो में सप्लाई किया जाएगा। सिविल अस्पताल में 10 सिलेंडर से 100 तक पहुंची ऑक्सीजन खपत सिविल अस्पताल में अभी तक 10 सिलेंडर ऑक्सीजन रोजाना खपत होती थी। अब कोविड काल में यह बढ़कर 100 से भी अधिक सिलेंडर तक पहुंच गई है। अस्पताल की जरूरत को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से अभी तक शुरू नहीं हुआ। प्लांट सही से चला तो सिविल अस्पताल कम से कम अपनी ऑक्सीजन की जरूरत को आसानी से पूरा कर सकता है।


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