आरटीओ की चेकिंग से बचने के लिए वाट्सएप ग्रुपों में शेयर होती है लोकेशन, तीन युवकों पर केस दर्ज
हिसार में ऐसे तीन आरोपित युवकों के बारे में प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण कार्यालय के अधिकारियों को पता लगा है जो उनकी चेकिंग की लोकेशन देते है। मामले में विभाग की ओर से मोटर वाहन अधिकारी संदीप सिंह ने सदर थाना पुलिस को शिकायत दी है।
हिसार, जागरण संवाददाता। ओवरलोड और अवैध वाहन चलाने वाले व नशा तस्कर इन दिनों आरटीओ (प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण) की चैकिंग वाली गाड़ियों की लोकेशन अपने वाट्सएप ग्रुपों में शेयर कर रहे है। लोकेशन मिलने पर अवैध वाहन चलाने वाले और ओवरलोड वाहनों के चालक अपनी लोकेशन बदल देते है, जिससे वे चेकिंग और चालान से बचकर अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे है।
अधिकारियों के शिकायत पर मामला दर्ज
जिले के ऐसे तीन आरोपित युवकों के बारे में प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण कार्यालय के अधिकारियों को पता लगा है, जो उनकी चेकिंग की लोकेशन देते है। मामले में विभाग की ओर से मोटर वाहन अधिकारी संदीप सिंह ने सदर थाना पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में बताया कि उनके कार्यालय की तरफ से ओवरलोड और अवैध वाहनों की चैकिंग का कार्य किया जाता है। लेेकिन चैकिंग टीम के कार्यालय से निकलते ही चैकिंग आरोपित अपनी मोटरसाइकिल से उनका पीछा कर उनकी लोकेशन देते रहते है, कि वे किस एरिया में चेकिंग कर रहे है। जब भी उनकी टीमें तोशाम रोड, राजगढ़ रोड, उमरा रोड पर चेकिंग के लिए निकलती है तो उनकी गाड़ी के पीछे एक स्विफ्ट माडल की सफेद रंग की गाड़ी पीछा करती रहती है।
जानकारी मिलते ही वाहन चालक बदल लेते हैं रास्ता
इस गाड़ी में दो से तीन युवक बैठे रहते है। तीन दिन पहले उनकी टीम भोजराज बस अड्डा के पास चैकिंग के लिए गई तो वहां भी उपरोक्त गाड़ी से उनका पीछा किया जा रहा था। आरोपित युवक उनकी गाड़ी की लोकेशन अपनी ओवरलोड गाड़ियों के चालकों को देते है। उनकी चेकिंग की लोकेशन अपने वाट्सएप ग्रुपों में शेयर करते है। जिससे अन्य ओवरलोड गाड़ियाें के मालिकों के ग्रुपों में भी उनकी लोकेशन पहुंचती है। ऐसे में वे चेकिंग के लिए जाते है तो ओवरलोड वाहनों के चालक पहले ही अपना रास्ता बदल देते है।
पुलिस ने किया केस दर्ज
संदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पता किया तो पता लगा कि उनकी गाड़ियों की लोकेशन भोजराज निवासी अजय ढाका, खाबड़ा निवासी सतीश उर्फ चीनू बैनीवाल और राजगढ़ के श्योपुरा निवासी प्रदीप भेजते है। इन आरोपितों ने उनकी चैकिंग के दौरान की लोकेशन भेजकर सरकारी कार्य में बाधा डालने का काम किया है और सरकारी कार्यालय को नुकसान पहुंचाया है। आरोपितों ने अपने-अपने मोबाईलों में वाट्सएप पर अलग-अलग ग्रुप बनाकर उनकी गाड़ी की लोकेशन शेयर करने का काम किया है। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।