पर्यावरण पर बनाई अपनी रचनाओं से पर्यावरण से जुड़ने का दिया संदेश
वृक्षमित्र पर्यावरण बचाओ समिति की ओर से हिसार के टाउन पार्क में काव्य गोष्टी का आयोजन किया गया
जागरण संवाददाता, हिसार
वृक्षमित्र पर्यावरण बचाओ समिति की ओर से हिसार के टाउन पार्क में मासिक काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। लोगों को पर्यावरण के प्रति सचेत करने के लिए पिछले आठ साल से लगातार हर माह ऐसी गोष्ठियों का आयोजन किया जाता है। समिति के प्रधान अशोक गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस काव्यगोष्ठी में अनेक कवियों ने पर्यावरण पर अपनी रचनाओं का पाठ किया। मंच संचालक जय भगवान लाडवाल ने बिश्नोई समाज को पर्यावरण का सबसे बड़ा रखवाला मानते हुए कहा कि रूखों का रखवाला बना बिश्नोई समाज, जान गवां दी रूखों खातिर,सिर पर बंधा शहीदी का ताज। भीम ¨सह हुड्डा ने सुनाया कि बहुत शुक्रिया, बड़ी मेहरबानी उनकी जिन्होंने वृक्ष लगाए। युवा कवि सरफराज खान ने सुनाया कि चलो साजन..गांव में, नदी किनारे पीपल की छांव में। कवि जय ¨सह रावत ने सुनाया कि पाना है सुख तो बैठो वृक्षों के नीचे, भुलाना है गम तो बैठो वृक्षों के नीचे। युवा कवि संजय सागर ने सुनाया कि नए भारत में नई सड़कें चमचमाती हैं, सफर में अब तो पेड़ों की छांव याद आती है। कवि पीपी शर्मा ने अपने अंदाज में सुनाया कि वृक्षमित्र को गीत सुनाने आता हूं बारंबार, क्यों कि यहां हरियाली लेकर आया कवियों का दरबार आदि ने अपनी कविताएं सुनाई।