एनटीएसई में सफलता हासिल कर आगे का काम सरल बनाएं
दसवीं बोर्ड की परीक्षा समाप्ति की ओर है। नवंबर 2017 में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (नेश्
दसवीं बोर्ड की परीक्षा समाप्ति की ओर है। नवंबर 2017 में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन- एनटीएसई) स्टेज वन के सफल छात्रों के लिए 13 मई को स्टेज टू की परीक्षा सुनहरी मौका है। इस परीक्षा में बौद्धिक क्षमता, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन जैसे विषयों में ज्ञान का आकलन किया जाएगा। एनटीएसई स्टेज टू में सफलता के लिए स्टेज वन से इसके अंतर को समझना जरूरी है। पहले चरण में राज्य स्तर पर चयन होता है जबकि स्टेज टू में पूरे देश के सर्वश्रेष्ठतम प्रतिभागी चयनित किए जाते हैं। स्टेज टू में मैट (मेंटल एबिलिटी टेस्ट) और सैट (स्कालिस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट) के बीच दो घटे का अंतराल होता है तथा प्रश्नों का स्तर भी काफी कठिन हो जाता है।
तैयारी के लिए आवश्यक सुझाव
एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम महत्वपूर्ण है। विशेषकर सामाजिक अध्ययन में बेहतर होगा कि एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी को अंतिम रूप दिया जाए। मैट सबसे महत्वपूर्ण है और इसको सर्वाधिक वेटेज मिलता है। मैट में अधिकतम प्रश्न विश्लेषणात्मक और एप्लीकेशन आधारित होते हैं, इसीलिए यहा थ्योरी के बजाय प्रैक्टिस ज्यादा महत्वपूर्ण है। लगातार रिवीजन करें। सामाजिक अध्ययन : भूगोल विषय पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। एनसीईआरटी की किताबों से मानचित्र को समझने की कोशिश करें। वहीं, इतिहास में भारत में राष्ट्रीयता और यूरोप में राष्ट्रीयता का उदय जैसे पाठ महत्वपूर्ण हैं। -गणित और विज्ञान : अध्यायवार प्रैक्टिस पर ध्यान देने की बजाय, इनका सामूहिक अध्ययन अधिक महत्वपूर्ण है। विभिन्न अध्यायों से आने वाले प्रश्नों को बार-बार हल करना काफी मददगार होगा। क्या करें, क्या न करें
- तैयारी को धार देने के लिए मॉक टेस्ट सटीक प्लेटफॉर्म है।
-महत्वपूर्ण अध्यायों पर अधिक फोकस करें।
-परीक्षा के दौरान किसी एक सवाल पर समय बर्बाद न करें क्योंकि सभी सवालों का अंक समान होता है।
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- पार्थ हल्दर
लेखक फिट्जी पंजाबी बाग, नई दिल्ली केंद्र के सेंटर हेड हैं।