अब गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस पर भी मिलेगा योग से निरोग का संदेश
राजकीय विद्यालयों के पीटीआइ व डीपीई को योग की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ट्रेनिंग लेकर तैयार हो रहे पीटीआइ व डीपीई स्कूलों में विद्यार्थियों को योग की तैयारी करवाएंगे। पहले बैच के 112 डीपीई व पीटीआइ ट्रेनिंग ले चुके हैं।
हिसार/झज्जर, जेएनएन। अब गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस पर भी योग से निरोग रहने का संदेश सभी को दिया जाएगा। इसी उद्देश्य के लिए अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस (21 जून) ही नहीं बल्कि गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ बच्चे योग की शानदार प्रस्तुति देंगे।
इसमें न केवल कुछेक चुनिंदा बच्चे, बल्कि विभिन्न स्कूलों में तैयार किए गए विद्यार्थियों की भागीदारी हुआ करेगी। जिससे कि योग को जन-जन तक पहुंचाया जा सके और लोग योग अपनाकर निरोग रहें। इसी उद्देश्य से राजकीय विद्यालयों के पीटीआइ व डीपीई को योग की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ट्रेनिंग लेकर तैयार हो रहे पीटीआइ व डीपीई स्कूलों में विद्यार्थियों को योग की तैयारी करवाएंगे।
गौरतलब है कि अभी तक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन बड़े स्तर पर योगा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। जबकि, अब गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भी प्रदेश में बड़े स्तर पर योगा कार्यक्रम करवाने की प्लानिंग है।
234 डीपीई और पीटीआइ को दी जा रही है ट्रेनिंग
जिले के 234 डीपीई व पीटीआइ को ट्रेनिंग विषयानुसार दी जा रही है। इनमें से पहले बैच के 112 डीपीई व पीटीआइ ट्रेनिंग ले चुके हैं और 122 डीपीई व पीटीआइ का प्रशिक्षण बीच में ही रुक गया। क्योंकि, सरकार ने स्कूलों में मिले कोरोना पॉजिटिव को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया था। अब दोबारा ट्रेनिंग शुरू होने के बाद डीपीई व पीटीआइ को तैयार किया जाएगा। ये डीपीई व पीटीआइ अपने-अपने स्कूलों में विद्यार्थियों को तैयार करेंगे। विद्यार्थियों की भागीदारी बढऩे से स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस पर योगा का व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
पीटीआइ और डीपीई को किया जा रहा तैयार
स्कूल स्तर पर योग को बढ़ावा देने से विद्यार्थियों का शारीरिक और बौद्धिक विकास बड़े बढिय़ा ढंग से हो पाएगा। हालांकि, मौजूदा दौर में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने सहित शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित तौर पर योग करने की सलाह ही दी जा रही है। उधर, सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम से पीटीआइ और डीपीई को एक सशक्त कड़ी के रूप में तैयार किया जा रहा है। ताकि, विद्यार्थियों तक योग की पहुंच हो जाने के बाद घर-घर तक इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलें।
क्या कहते हैं अधिकारी
भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति के सह जिला प्रभारी कृष्ण दत्त जांगड़ा ने बताया कि अब गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में भी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए योग कार्यक्रमों का अलग से आयोजन होगा। योग की ट्रेनिंग लेने वाले डीपीई व पीटीआइ विद्यार्थियों को तैयार करेंगे।