Move to Jagran APP

अब जल्द ही झज्‍जर जिले में लहलाएंगे स्ट्रॉबेरी के बाग, बागवानी विभाग अनुदान पर लगवाएगा

पहले झज्‍जर जिले ने अमरूद के नाम से पहचान बनाई वहीं अब स्ट्रॉबेरी के क्षेत्र में भी अपना पांव जमाने की ओर कदम रखेगा। जिले में पहली बार स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के लिए विभाग अनुदान दे रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 08:25 AM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 08:25 AM (IST)
अब जल्द ही झज्‍जर जिले में लहलाएंगे स्ट्रॉबेरी के बाग, बागवानी विभाग अनुदान पर लगवाएगा
झज्‍जर में बागवानी विभाग को पहली बार 50 एकड़ में स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने का लक्ष्य मिला है।

झज्जर, जेएनएन। अब झज्‍जर जिले में जल्द ही स्ट्रॉबेरी के बाग लहलाहते हुए नजर आएंगे। जहां पहले जिले ने अमरूद के नाम से पहचान बनाई, वहीं अब स्ट्रॉबेरी के क्षेत्र में भी अपना पांव जमाने की ओर कदम रखेगा। जिले में पहली बार स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के लिए विभाग अनुदान दे रहा है। जो किसान स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने की सोच रहे थे, उनके पास यह अच्छा मौका है। विभाग एक तरफ अनुदान देगा, वहीं दूसरी तरफ किसानों को बाग लगाने के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन भी करता रहेगा। विशेषज्ञ बताएंगे कि किस तरह किसान अपने बाग को लगा सकते हैं और अच्छी पैदावार पा सकते हैं।

loksabha election banner

जो किसान स्ट्रॉबेरी का बाग लगाना चाहते हैं, उन्हें लगभग अभी से खेत को तैयार करना आरंभ करना होगा। ताकि स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के समय तक खेत अच्छे से तैयार मिले। जिले के बागवानी विभाग को पहली बार 50 एकड़ में स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने का लक्ष्य मिला है। स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के लिए सरकार किसानों को अनुदान भी देगा। किसान भी इस मौके का फायदा उठा सकते हैं। जिन खेतों में मीठा पानी है वे स्ट्रॉबेरी का बाग लगा सकते हैं। वहीं स्ट्रॉबेरी की बाजार में भी कीमत अच्छी होती है। इसलिए किसानों को मुनाफा भी अच्छा होने की उम्मीद रहती है। वहीं खेतों में ही सीधे पैकिंग होकर बाजार में बिकने के लिए जाती है।

20 हजार रुपये प्रति एकड़ मिलेगा अनुदान

बागवानी विभाग किसानों को स्ट्रॉबेरी के बाग लगाने के लिए अनुदान देगा। जिले में वर्ष 2021-22 के दौरान 50 एकड़ (20 हेक्टेयर) में स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने का लक्ष्य है। इसके लिए विभाग किसानों को भी प्रेरित कर रहा है। वहीं विभाग द्वारा किसानों को स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के लिए 20 हजार रुपये प्रति एकड़ (50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर) से अनुदान दिया जाएगा। ताकि किसानों को स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने में सहायता मिले और किसानों को इसके प्रति रुझान बढ़े। इसी उद्देश्य से सरकार किसानों को अनुदान दे रही है।

अगस्त-सितंबर में लगेंगे स्ट्रॉबेरी के बाग

जिला बागवानी अधिकारी डा. रामस्वरूप पूनिया ने बताया कि स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने का सही समय अगस्त व सितंबर माह है। स्ट्रॉबेरी का बाग लगाने के लिए खेत में मीठे पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। मीठे पानी में ही स्ट्रॉबेरी होती है। स्ट्रॉबेरी रेतीले एरिया (दोमट मिट्टी) में अधिक होती है। इसके लिए किसानों को पहले अपने खतों को तैयार करना होगा। अच्छे से तैयार खेत में ही स्ट्रॉबेरी की बेहतर पैदावार ली जा सकते है। किसान खेत की अच्छे से जुताई कर लें। इसके बाद खेत में एक मीटर चौड़ी बेड (लाइन) बना लें। इन लाइनों की नीचे से चौड़ाई एक मीटर व ऊपर से 80 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसके बाद बेड के दोनों किनारों के साथ-साथ दो ड्रिप लाइन लगानी होंगी। इसके ऊपर मल्चिंग सीट डालनी होगी। इसके बाद अच्छी किस्म के पौधे लाकर लगाने होंगे। पौधे से पौधे की दूरी व लाइन से लाइन की दूरी भी 40गुना40 सेंटीमीटर रखें। वहीं सर्दी के समय में स्ट्रॉबेरी को सर्दी से बचाने के लिए कवर भी करना होगा। वहीं स्ट्रॉबेरी नवंबर-दिसंबर माह से फल देना आरंभ कर देती है और फरवरी मार्च माह तक देती रहेगी।

अमरूद के लिए जिला पहले ही बना चुका पहचान

झज्जर जिला अमरूद के लिए पहले ही पहचान बना चुका है। जिले के अमरूदों की मांग दूर-दूर तक होती है। आसपास के लोग यहां पर स्पेशल बाग में लगे अमरूद खरीदने के लिए आते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि झज्जर के बाग में लगे अमरूद आकार में तो बड़े होते ही हैं, साथ ही मिठास भी काफी होता है। इसलिए लोग झज्जर के बागों में लगे अमरूद को अधिक पसंद करते हैं। वहीं इनकी मांग भी काफी है। इसी लिए बाग लगाने वालों को अमरूद बेचने के लिए अधिक परेशान नहीं होना पड़ता। अब जिला स्ट्रॉबेरी के लिए भी अपनी पहचान बनाने की ओर कदम रखने जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.