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अब जीजेयू के डिस्टेंस कोर्स में दाखिला ले बन सेकेंगे बीए से ग्रेजुएट

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग को दो नए कोर्साें की अप्रूवल मिली है। विद्यार्थी यहां से बीए और बीकॉम कोर्स कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 12:32 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 12:32 PM (IST)
अब जीजेयू के डिस्टेंस कोर्स में दाखिला ले बन सेकेंगे बीए से ग्रेजुएट
अब जीजेयू के डिस्टेंस कोर्स में दाखिला ले बन सेकेंगे बीए से ग्रेजुएट

जेएनएन, हिसार : गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग को दो नए कोर्साें की अप्रूवल मिली है। विद्यार्थी यहां से बीए और बीकॉम कोर्स कर सकेंगे। वहीं यूजीसी ने जीजेयू सहित देश के किसी भी विश्वविद्यालय को एमबीए और एमसीए की अप्रूवल नहीं दी है। संभवत यह अप्रूवल एआइसीटीई (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन) द्वारा दी जाएगी। ऐसे में जीजेयू के पास यूजीसी से अप्रूवड कोर्सों की संख्या घटकर 7 रह गई है। डिस्टेंस मोड में पहले से चल रहे एमकॉम कोर्स को भी यूजीसी द्वार अप्रूवल नहीं दी गई है। वहीं विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में चलाए जा रहे डिप्लोमा कोर्स ज्यों के त्यों चलते रहेंगे।

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यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विभिन्न कोर्सों को प्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों में बांट दिया है। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय को सात कोर्स, चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी सिरसा को एक कोर्स और एमडीयू को डिस्टेंस से 10 कोर्स करवाने की अप्रूवल मिली है।

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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को नहीं अप्रूवल की जरूरत

प्रदेश के एकमात्र कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को स्वायत्त होने के कारण किसी से अप्रूवल की जरूरत नहीं है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का नेक स्कोर 3.5 से अधिक होने के कारण उन्हें अप्रूवल की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे डिस्टेंस के कोर्स अपने अनुसार ही चला सकेंगे। वहीं गुजवि को स्वायत्तता का दर्जा दिया गया था, लेकिन विश्वविद्यालय का नैक स्कोर 3.28 है। जिस विश्वविद्यालय का नेक स्कोर 3.26 से अधिक होता है उन्हें डिस्टेंस से अपनी मर्जी के अनुसार डिप्लोमा कोर्स चलाने की अनुमति होती है। ऐसे में गुजवि डिस्टेंस से डिप्लोमा के कोर्स अपनी मर्जी के अनुसार ही चला सकेगी। देश के किसी भी विवि को एमबीए-एमसीए की अनुमति नहीं -

जानकारी के अनुसार यूजीसी द्वारा जारी की गई लिस्ट में देश के किसी भी विश्वविद्यालय को डिस्टेंस से एमबीए और एमसीए करवाने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि इसके पीछे स्पष्ट कारण नहीं बताए गए हैं। लेकिन प्रबल संभावना ये है कि एआइसीटीई यानी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन द्वारा ये अप्रूवल दी जाने के बाद ये कोर्स भी शुरू किए जा सकेंगे। जीजेयू संचालित करती थी 16 कोर्स -

विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न विषयों के कुल 16 कोर्स संचालित किए जाते थे। जिनमें हर वर्ष करीब 7 हजार विद्यार्थी दाखिला लेते थे। हालांकि वर्ष 2016 में स्टडी सेंटर बंद होने के कारण विद्यार्थियों की संख्या काफी घट गई थी। वर्तमान में करीब चार हजार विद्यार्थी विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अब इन कोर्स में दाखिला ले सकेंगे विद्यार्थी -

- बीए

- बीबीए

- बीकॉम

- बीए मॉस कम्यूनिकेशन

- एमए मॉस कम्यूनिकेशन

- एमएससी कंप्यूटर साइंस

- एमएससी मैथ पीजी डिप्लोमा कोर्स-

- पीजी डिप्लोमा इन कम्प्यूटर साइंस

- पीजी डिप्लोमा इन एन्वायरमेंटल मैनेजमेंट

- पीजी डिप्लोमा इन टेक्सासेशन

- पीजी डिप्लोमा इन एडवरटाइ¨जग एंड पब्लिक रिलेशन

- पीजी डिप्लोमा इन बेकरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी

- पीजी डिप्लोमा इन काउंसि¨लग एंड बिहेवियर मोडिफिकेशन

- पीजी डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट कोट -

हमें दूरस्थ शिक्षा विभाग में दो नए कोर्सों बीए और बीकॉम की अप्रूवल मिली है। जबकि एमकॉम की अप्रूवल नहीं मिल पाई। दो कोर्सों एमबीए और एमसीए की अप्रूवल देश की किसी भी यूनिवर्सिटी को नहीं मिली है। इसके लिए हम एआइसीटीई के पास इसकी अप्रूवल के लिए सिफारिश करेंगे।

- प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, जीजेयू हिसार।


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