डेंगू लारवा मिलने पर 1023 को नोटिस, एक ही दिन में मिले डेंगू के 6 पॉजीटिव केस
जिले में डेंगू और मलेरिया के लारवा की भरमार हो गई है। एक ही दिन में जिले में 6 डेंगू के केस पॉजिटिव पाए गए हैं। रोगियों को विभिन्न अस्पतालों में दाखिल करवाया गया है।
हिसार, जेएनएन। जिले में डेंगू और मलेरिया के लारवा की भरमार हो गई है। एक ही दिन में जिले में 6 डेंगू के केस पॉजिटिव पाए गए हैं। रोगियों को विभिन्न अस्पतालों में दाखिल करवाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया के अधिक केस सामने आ रहे हैं तो शहर में डेंगू के केस गांवों की अपेक्षा बहुत अधिक हैं। जिले में मिले डेंगू के कुल 161 केसों में से 109 केस शहर से हैं, जबकि 52 केस ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। मलेरिया की बात करें तो अब तक मिले 92 केसों में से 72 केस गांवों के हैं और 20 शहर के।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कालोनियों में हो रहे हाउस टू हाउस सर्व में विभाग को जगह-जगह पर डेंगू के लारवा मिल रहे हैं। इस वर्ष विभाग द्वारा 1023 लोगों को डेंगू का लारवा मिलने पर नोटिस थमाए जा चुके हैं। इनमें से 693 नोटिस केवल शहर के लोगों को दिए गए हैं। ये आंकड़ा पिछले वर्ष से कुछ कम है, लेकिन लोगों को साफ-सफाई और सावधानी रखने की जरूरत हैं।
विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में इस वर्ष डेंगू के 161 केस मिल चुके हैं, जिनमें से 109 केस केवल शहर से हैं। वहीं डेंगू के 52 केस गांवों से हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम का एंटी लार्वा एक्टिविटी का काम जारी है, जिसके तहत लारवा नाशक दवाई का छिड़काव किया जा रहा है।
जिले में अब तक मिला डेंगू का लारवा - 1023
हिसार शहर में डेंगू के लारवा - 693
ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू का लारवा - 330
जिले में डेंगू के कुल केस - 161
शहर में डेंगू के केस - 109
गांवों में डेंगू के केस - 52
गुजवि हॉस्टल में किया एंटी लारवा दवा का छिड़काव
जिला मलेरिया अधिकारी डा. जया गोयल के अनुसार मंगलवार को डा. रमेश पुनिया बायोलॉजिस्ट और हेल्थ इंस्पेक्टर सुखबीर ङ्क्षसह ने सुंदरनगर, सेक्टर 14, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के ब्वायज हॉस्टल नंबर 3 में निरीक्षण किया गया और एंटी लारवा एक्टिविटी का कार्य करवाया। यहां लारवा नाशक दवाई का छिड़काव किया गया, जहां पानी खड़ा हुआ था। कालोनी में हाउस टू हाउस सर्वे किया गया, जहां डेंगू का लारवा मिला, उन्हें मौके पर नोटिस दे दिया गया।
मच्छर न पनपने दें, ये अपनाएं उपाय
- अपने घर के आसपास पानी जमा ना होने दें क्योंकि खड़े हुए पानी में मच्छर पनपता हैं।
- प्रत्येक रविवार को ड्राइ डे मनाएं अर्थात कूलर, फूलदान, पशु और पक्षियों के पानी के बर्तनों, होदी आदि को साफ कर सुखाकर ही पानी भरें।
- तालाब व गड्ढों को मिट्टी से भर दें और यदि संभव न हो तो हर सप्ताह उसमें काला तेल डाल दें।
- मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें, रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें या मच्छर नाशक क्रीम का प्रयोग करें।
- घर के दरवाजे और खिड़कियों पर उपयुक्त जाली का इस्तेमाल करें।
- तालाब या गड्ढों में जहां पानी खड़ा रहता है वहां पर गंबूजिया व गप्पी फिश छोड़ें। ये मछलियां मच्छरों का लारवा खाती है। मच्छरों का लारवा ही इन मछलियों का भोजन होता है।