हिसार में अभी नहीं होगी आक्सीजन की किल्लत, सप्लाई के लिए तीन प्लांट बना रहे ऑक्सीजन
तीन बड़े प्लांट ऑक्सीजन जेनरेट कर रहे हें। जो अपने साथ-साथ राजस्थान को भी ऑक्सीजन की सप्लाई करते हैं। ऐसे में प्रशासन के ऑडिट में बात सामने आई है कि हाल फिलहाल हिसार के पास ऑक्सीजन की खपत के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं।
हिसार, जेएनएन। हिसार में हाल फिलहाल ऑक्सीजन की किल्लत होने की उम्मीद नहीं है। इसको देखने के लिए प्रशासन ने आडिट किया है। जिसमें पता चलता है कि हिसार में तीन ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट है। जिनसे हिसार अपनी ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों की जरूरतों को भी पूरा कर रहा है। मौजूदा समय में तीन बड़े प्लांट ऑक्सीजन जेनरेट कर रहे हें। जो अपने साथ-साथ राजस्थान को भी ऑक्सीजन की सप्लाई करते हैं। ऐसे में प्रशासन के ऑडिट में बात सामने आई है कि हाल फिलहाल हिसार के पास ऑक्सीजन की खपत के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं।
जो तीन बड़ी कंपनियां ऑक्सीजन जेनरेट कर रही हैं उनमें जिंदल स्टेनलैस, गुप्ता गैस व एक अन्य कंपनी शामिल हैं। जहां जिंदल स्टेनलैस 7.5 मीट्रिक टन तो गुप्ता गैस और अन्य दूसरी कंपनी 1200 से अधिक सिलेंटर रोजाना भर रहे हैं। ऐसे में यहां पर्याप्त सुविधा मौजूद हैं। गौरतलब है कि ऑक्सीजन और बेड की इस समय कई स्थानों पर किल्लत चल रही है। जिसके कारण कई राज्यों में तो मरीज इन सुविधाओं के अभाव में दम तक तोड़ रहे हैं।
सिविल अस्पताल में 10 सिलेंडर से 100 तक पहुंची ऑक्सीजन खपत
सिविल अस्पताल में अभी तक 10 सिलेंडर ऑक्सीजन रोजना खपत होती थी। अब कोविड काल में यह बढ़कर 100 सिलेंडर तक पहुंच गई है। अस्पताल की जरूरत को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से अभी तक शुरू नहीं हुआ ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट अब तेजी से शुरू करने की कवायद शुरू कर दी गई है। सोमवार तक यह प्लांट शुरू हो सकता है। अगर यह प्लांट सही से चला तो सिविल अस्पताल कम से कम अपनी ऑक्सीजन की जरूरत को आसानी से पूरा कर सकता है।
बेड को लेकर अधिकारियों का दावा नहीं है कोई दिक्कत
शहर में कई लोग कह रहे हैं कि उन्हें उपचार के लिए बेड नहीं मिला। इसके दूसरी तरफ प्रशासन का दावा है प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। इसको जांचने के लिए प्रशासन ने टीमाें का गठन किया है जो अस्पतालों में जाकर औचक निरीक्षण करेंगी। वह यह सुनिश्चित करेंगी कि कहीं अस्पतालों ने उनसे कुछ छिपाया तो नहीं है। एडीसी अनीश यादव के नेतृत्व में इस कार्य को किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रोजाना बेड की स्थिति ली जा रही है। जिससे हमें पता चल रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में क्या हालात हैं। इसके साथ ही कांटेक्ट ट्रेसिंग का भी काम किया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक संक्रमितों का पता चल सके।
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ऑक्सीजन की स्थिति पर हम नजर बनाए हुए हैं। अभी तीन प्लांट हैं जो जिला ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी ऑक्सीजन जेनरेट कर सप्लाई कर रहे हैं।
----अनीश यादव, एडीसी