ट्रेनें बंद रहने के कारण कोई बहन की शादी में न जा सका तो कोई घर की छत नहीं बचा पाया
यूपी से गोरखधाम ट्रेन में आए यात्रियों में 10 फीसद इलाज करवाने और 70 फीसद दूसरे जिले व राज्यों के यात्री पहुंचे हिसार। रेलवे काउंटर खुलते ही टिकट कैंसिल करवाने वालों का तांता
हिसार, जेएनएन। ट्रेनों के पहिए की गति पर ब्रेक लगने से कोई अपनी बहन की शादी में शामिल होने से वंचित रह गया। तो किसी के घर की छत क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, उसे ठीक करने जाना था लेकिन समय पर नहीं पहुंचने के कारण छत ढह गई।
यह आपबीती थीं हिसार रेलवे स्टेशन पर टिकट कैंसिल करवाने के लिए लाइन में लगे लोगों की। मंगलवार को हिसार रेलवे स्टेशन से जब नियमित चलने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस के पहियों ने गति पकड़ी वहीं काउंटर खुलने से लोगों की स्टेशन पर लंबी लाइनें लग गई।
86 में से 10 फीसद यात्री अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे हिसार
मंगलवार को गोरखधाम एक्सप्रेस में उत्तरप्रदेश से हिसार पहुंचे यात्रियों में 10 फीसद यात्री ऐसे थे जिनका हिसार के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें कोई नसों के डाक्टर तो कोई मुंह पर एलर्जी सहित अन्य बीमारियों की दवा लेने हिसार पहुंचे है। जिला प्रशासन की ओर से जुटाए गए डाटा में यात्रियों ने प्रशासन से अपील की कि वे अस्पताल में इलाज करवाकर वापस जाना चाहते है ऐसे में उन्हें जल्द वापस जाने की अनुमति भी दी जाए। फिलहाल जिला प्रशासन की ओर से उन्हें क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई है।
हिसार पहुंचे यात्रियों में 70 फीसद यात्री दूसरे जिले व राज्यों के
नियमित ट्रेनें शुरू होने पर गोरखधाम एक्सप्रेस से हिसार पहुंचे 86 यात्रियों में 70 फीसद यात्री दूसरे जिले व राज्यों के है। केवल 24 यात्री ही हिसार से थे। इनमें अधिकांश हरियाणा के सिरसा जिले से है जो गोरखधाम से हिसार तक पहुंच गए अब बस से सिरसा जाने की तैयार में है। वहीं यात्रियों से जब जिला प्रशासन ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि इसमें कई यात्री सिरसा से आगे पंजाब और हनुमानगढ़ की तरफ राजस्थान क्षेत्र के यात्री शामिल है।
ये बोले-टिकट कैंसिल करवाने आए यात्री
- शुभम उत्तरप्रदेश के खलीलाबाद शहर से हूं। मैंने 26 अप्रैल की टिकट बुक करवाई थी। मेरी बहन की शादी में शामिल होने के लिए लेकिन ट्रेनें बंद होने के कारण मैं बहन की शादी में शामिल नहीं हो पाया। अब टिकट कैंसिल करवाने आया हूं।
- शंभु यादव बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला हूं। हिसार में सुनार का काम करता हूं। मेरे घर की छत कमजोर हो गई थी। ढहने वाली थी उठी ठीक करने के लिए 5 अप्रैल की बुकिंग करवाई थी लेकिन ट्रेन नहीं चलते से नहीं पहुंच पाया। घर से फोन आया कि छह ढह गई। ऐसे में अब दोबारा टिकट बुकिंग करवाकर घर जाने का प्रयास करूंगा ताकि घर का दोबारा निर्माण करवा सकूं।
----गोरखधाम एक्सप्रेस से हिसार आने वालों में 10 फीसद लोग तो अपना इलाज करवाने के लिए हिसार आए है। जबकि कुल पहुंचे 86 में से 70 फीसद लोग हिसार के अलावा दूसरे राज्यों व जिलों के है। जिसमें पंजाब व राजस्थान के लोग शामिल है। केवल 24 यात्री ही हिसार निवासी है।
राकेश शर्मा, नोडल अधिकारी, कोविड-19 जिला प्रशासन हिसार।