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एमए हिंदी, एमए इंग्लिश समेत जीजेयू में नए पांच कोर्स शुरू, 55 हुई कोर्सों की संख्या

बीटेक को छोड़कर इन कोर्सों में दाखिले के लिए 18 जून तक आवेदन कर करें। बीएससी-एमएससी के ड्यूल डिग्री कोर्सों में 10 जून तक आवेदन होंगे। सीटों की संख्या 1873 से बढ़कर 2093 हो गई है।

By manoj kumarEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 03:59 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 06:27 PM (IST)
एमए हिंदी, एमए इंग्लिश समेत जीजेयू में नए पांच कोर्स शुरू, 55 हुई कोर्सों की संख्या
एमए हिंदी, एमए इंग्लिश समेत जीजेयू में नए पांच कोर्स शुरू, 55 हुई कोर्सों की संख्या

हिसार, जेएनएन। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में अब विज्ञान एवं तकनीकी विषय ही नहीं बल्कि सामाजिक विज्ञान, भाषा व अन्य कला संकाय के विषय भी पढ़ाए जाने लगे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक सत्र 2019-20 से पांच नए अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर कोर्स शुरू किए है।

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विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए नए कोर्सों में एमए अंग्रेजी, एमए हिंदी, एमएससी योगा साइंस एंड थेरेपी, बीएससी ऑनर्स साइकोलॉजी व बीएससी ऑनर्स कंप्यूटर (डाटा साइंस) शामिल है। विश्वविद्यालय के अन्य कोर्सों के साथ पांच नए कोर्सों में भी ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में कुल कोर्सों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।

बीटेक को छोड़कर सभी कोर्सों में दाखिले के लिए 18 जून तक आवेदन किया जा सकता है। वहीं, बीएससी-एमएससी के ड्यूल डिग्री कोर्सों में 10 जून तक आवेदन होंगे। विश्वविद्यालय में बीएससी, एमएससी, एमए, एमकॉम, एमबीए, बीटेक, एमटेक, एमफार्मा, फिजियोथैरेपी, एमटेक, बीटेक, पीजी डिप्लोमा के कोर्स हैं।

इससे पहले विश्वविद्यालय में बीटेक सहित कुल 50 कोर्स चल रहे हैं, जिनमें बीटेक में दाखिले ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन की ओर से होने हैं। जबकि यूजीसी के बाकी कोर्सों में दाखिले के लिए गुजवि के ऑनलाइन दाखिले के लिए पोर्टल आवेदन किया जा सकता है। वहीं, विश्वविद्यालय में अब प्रवेश के लिए सीटों की कुल संख्या भी 1873 से बढ़कर 2093 हो गई है।

प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि अधिकतर विषय एक दूसरे विषयों से संबद्ध होते हैं, ऐसे में विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान, भाषा व अन्य संबंधित विषयों के कोर्स भी होने चाहिए। अन्य विश्वविद्यालयों में भी विज्ञान एवं तकनीकी के कोर्स आवश्यक हैं।

दूरस्थ शिक्षा विभाग में किया था स्वामी विवेकानंद सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू 

विश्वविद्यालय इससे पहले दुरस्थ शिक्षा विभाग में स्वामी विवेकानंद स्टडीज पर एक सर्टिफिकेट कोर्स भी इसी सत्र से शुरु किया है। वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह सर्टिफिकेट कोर्स शुुरू किया था। विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी ने सिलेबस लगभग तैयार किया है। इस छह माह के कोर्स की खास बात यह होगी कि इसका प्रेक्टिक्ल व्यावहारिक होगा। यानी विद्यार्थी को नेकी और भलाई के विभिन्न कार्य करते हुए स्वयं की 10 फोटो अपनी असाइनमेंट पर चिपकानी होगी। तभी उन्हें कोर्स का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। विद्यार्थी 12वीं के बाद यह कोर्स कर सकेंगे। 

मेरिट आधार पर होंगे दाखिले, वेबसाइट पर है सिलेबस 

विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सभी कोर्सों में दाखिले विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर किए जाएंगे। प्रवेश परीक्षा का सिलेबस व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

नेट बैंकिंग से जमा करवानी होगी फीस

- विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित फीस डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड व नेट बैकिंग के माध्यम से जमा करवानी होगी।

- ऑनलाइन आवेदन के लिए 10वीं, 12वीं व स्नातक की सभी सूचना अपडेट करनी होगी।

- इसके साथ ही फोटो व हस्ताक्षर भी अपलोड करने होंगे।

- सभी सूचना अपडेट करने व फीस जमा करने के बाद विद्यार्थी को फीस स्लिप, आवेदन फार्म व प्रवेश परीक्षा पत्र उपलब्ध होगा।

- प्रवेश पत्र पर प्रवेश परीक्षा की तिथि, समय व स्थान सभी सूचनाएं उपलब्ध होंगी।

--हमारा विश्वविद्यालय तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्वविद्यालय में लगातार नियमित व दूरस्थ शिक्षा के तहत नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। शैक्षणिक सत्र 2018-19 में भी विश्वविद्यालय द्वारा कई महत्वपूर्ण कोर्स शुरू किए गए थे, जिनके प्रति विद्यार्थियों में जबरदस्त रूझान रहा। विद्यार्थियों की मांग के अनुरूप आगे भी नए कोर्स शुरू किए जाते रहेंगे।

- प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि।

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