कुलदीप बिश्नोई के बाद अब नया विवाद, प्रधान की कुर्सी पर बैठे जगदीश, प्रदीप बोले- प्रधान तो मैं हूं
जगदीश कड़वासरा बोले 500 से ज्यादा लोगों ने प्रदीप के खिलाफ दिए एफिडेविट फिर हटाए गए। प्रदीप बैनीवाल ने रजिस्ट्रार सोसाइटी को शिकायत देकर जांच की मांग की
हिसार, जेएनएन। बिश्नोई सभा हिसार में प्रधान पद पर रार खत्म नहीं हो रही है। अखिल भारतीय बिश्नोई सभा के संरक्षक की तरफ से बनाए गए नए प्रधान जगदीश कड़वासरा सोमवार को प्रधान के कमरे का ताला खोलकर कुर्सी पर बैठ गए। वहीं प्रदीप बैनीवाल का कहना है कि वही प्रधान है। उनकी तरफ से अब रजिस्ट्रार सोसाइटी को लिखित में शिकायत दी गई है। रजिस्ट्रार को दी कई शिकायत में इस तरह बिना एजेंडे के उनको हटाने की घोषणा को गलत ठहराया है।
वहीं जगदीश कड़वासरा ने प्रदीप पर समाज को तोडऩे के लिए काम करने का भी आरोप लगाया है। दूसरी तरफ रजिस्ट्रार सोसाइटी ने कहा कि दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर पक्ष रखने के लिए कहेंगे। वहीं रविवार को बैठक में कुलदीप बिश्नोई को लेकर समर्थक दो फाड़ हो गए थे। इस दौरान कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
नहीं है कार्यवाही रजिस्टर, पुलिस को शिकायत
नए प्रधान जगदीश कड़वासरा ने बताया कि प्रधान कार्यालय में कार्यवाही दर्ज भी नहीं है। वह गुम है। इसकी शिकायत पुलिस को 18 जनवरी को दर्ज करवा दी थी। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की थी। प्रदीप बैनीवाल समाज को तोडऩे का काम कर रहे थे। वह सभा को राजनीतिक अखाड़ा बनाए हुए थे। सभा के इतिहास में पहली बार निंदा प्रस्ताव लाकर प्रधान को हटाया गया। 500 से ज्यादा आजीवन सदस्यों के उनके पास एफिडेविट है जो प्रधान के खिलाफ है। जगदीश ने कहा कि प्रदीप बैनीवाल ने जो हंगामा होने के बाद बैठक की थी उसमें बाहर के लोग शामिल थे।
प्रदीप बैनीवाल बोले- घर बैठकर किसी को प्रधान नहीं बनाया जा सकता
वहीं प्रदीप बैनीवाल ने रजिस्ट्रार सोसायटी से मुलाकात कर उन्हें लिखित शिकायत दी है। शिकायत में उनको हटाए जाने वाली घोषणा को गलत ठहराया है। साथ ही कहा कि बिश्नोई सभा के प्रधान वही है। प्रदीप ने कहा कि बिना एजेंडे की बैठक में ऐसे प्रधान नहीं बनाया जा सकता। एक्ट के अनुसार उसके लिए कानूनी प्रक्रिया को अपनाना पड़ता है। सभा के संरक्षक की तरफ से घर जाने के बाद प्रधान बनाने की घोषणा कर दी गई। यह गलत है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रधान को हटाया जाता है तो नया प्रधान बनाने के लिए चुनाव करवाने होते है। संरक्षक न तो प्रधान को हटा सकते है और न ही उनके पास कोई शक्ति है। उन्होंने रजिस्ट्रार सोसायटी से मांग की कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
....बिश्नोई सभा के मामले में उनको शिकायत मिली है। एक्ट के अनुसार उनको नोटिस जारी किया जाएगा। जो कानूनी कार्रवाई बनती है वह की जाएगी।
- इतबार सिंह गोदारा, रजिस्ट्रार सोसाइटी