अब हरियाणा में 3 यात्रियों को लेकर 128 किलोमीटर दौड़ी स्पेशल ट्रेन
नीट के लिए जींद से नई दिल्ली बीच विशेष ट्रेन चली। मगर इसमें यात्री न के बराबर रहे। जींद से एक और रोहतक से दो यात्री ही सवार हुए। तीन यात्रियों को लेकर यह ट्रेन 128 किमी दौड़ी।
बहादुरगढ़, जेएनएन। हाल में ही एक महिला यात्री के लिए राजधानी एक्सप्रेस के 535 किलोमीटर चलाए जाने का मामला खूब सुर्खियों में रहा है तो वहीं ऐसा ही केस हरियाणा में देखने को मिला। यह ट्रेन जींद में एक यात्री तो रोहतक से दो यात्री लेकर दौड़ी। मगर इसके अलावा विकल्प भी तो नहीं था।
वहीं राजधानी एक्सप्रेस चलाए जाने के मामले में डालटनगंज स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार अनन्या ने यह जिद पकड़ ली थी वो ट्रेन से ही जाएगी। अंत में रेलवे को उनकी जिद के आगे उन्हें झुकना पड़ा। राजधानी एक्सप्रेस शाम करीब चार बजे डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची के लिए रवाना करनी पड़ी। रात करीब 1.45 बजे ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची थी। हरियाणा के केस में यात्रियों ने जिद तो नहीं की मगर उनके लिए ये स्पेशल ट्रेन चलाई गई।
बता दें कि नीट (नेशनल एलेजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) के लिए रविवार को जींद से नई दिल्ली बीच विशेष ट्रेन चली। मगर इसमें यात्री न के बराबर रहे। जींद से एक और रोहतक से दो यात्री ही सवार हुए। तीन यात्रियों को लेकर यह ट्रेन 128 किमी तक दौड़ी। बाद में शाम को वापस भी चली। बहादुरगढ़ में सुबह 9:48 बजे पहुंची इस ट्रेन में यहां से एक भी यात्री सवार नहीं हुआ। बहादुरगढ़ स्टेशन पर ट्रेन के आगमन के समय रेलवे पुलिस और टीसी तैनात रहे। निर्धारित समय के स्टोपेज के बाद यह ट्रेन रवाना हो गई।
इस ट्रेन में सामान्य टिकट पर यात्रा का शेड्यूल बनाया गया था। मगर बहादुरगढ़ में इस ट्रेन को लेकर किसी को जानकारी ही नहीं थी। रेलवे के स्थानीय अधिकारियों को भी सुबह ही पता लगा। बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन अधीक्षक यशपाल मीणा ने बताया कि यहां से इस ट्रेन के लिए कोई बुकिंग नहीं हुई।
इन जगहों पर रहा स्टॉपेज
इस स्पेशल ट्रेन का जींद से प्रस्थान हुआ। फिर रोहतक, बहादुरगढ़, शकूर बस्ती, किशनगंज में ठहराव के बाद नई दिल्ली इसका गंतव्य स्टेशन रहा। शाम को यह 7:15 बजे दिल्ली से वापस चली। खास बात यह रही कि मुख्यालय ओर से इस स्पेशल ट्रेन को चलाने की जानकारी भी जींद में रेलवे के ज्यादातर अधिकारियों को शनिवार की देर शाम ही मिली। ऐसे में यात्रियों को तो पता कहां से चल पाता। यहीं वजह रही कि यह ट्रेन जींद से एक यात्री को लेकर ही रवाना हुई। वह भी बहादुरगढ़ स्टेशन पर उतर गया। रोहतक से सवार हुए दो यात्री शकूर बस्ती पहुंचे। उससे आगे यह ट्रेन पूरी तरह खाली रही। बाकी स्टेशनों पर कोई यात्री नहीं मिला।