एमपी में नेचर फन का लुत्फ उठाएंगे सरकारी स्कूल के विद्यार्थी
प्रदेश के 225 विद्यार्थी मध्यप्रदेश में जाकर नेचर फन का लुत्फ उठाएंगे। इसके तहत विद्यार्थी प्रकृति से जुड़े रहस्यों से लेकर अनेक रोचक तथ्यों से रूबरू हो सकेंगे।
चेतन वर्मा, हिसार :
प्रदेश के 225 विद्यार्थी मध्यप्रदेश में जाकर नेचर फन का लुत्फ उठाएंगे। इसके तहत विद्यार्थी प्रकृति से जुड़े रहस्यों से लेकर अनेक रोचक तथ्यों से रूबरू हो सकेंगे। इसके लिए विभाग ने प्रथम चरण में प्रदेश के 11 जिलों का चयन किया, जिनमें हिसार, भिवानी, चरखी-दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, अंबाला, पंचकूला, कैथल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर शामिल है। प्रत्येक जिले से विद्यार्थी सहित 20 सदस्यों का चयन किया जाएगा, जिन्हें मध्यप्रदेश में जाकर नेचर फन का मजा लेने का मौका मिलेगा। प्रत्येक जिले से 9 लड़के, 9 लड़कियां, एक पुरूष व एक महिला टीचर शामिल होंगे। शिक्षा विभाग ने सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को मौका दिया है, जोकि नेचर फन का मजा ले सकेंगे। सरकारी स्कूल के विद्यार्थी मध्यप्रदेश के गांव पचमढ़ी के जंगलों में जाएंगे, जहां वे नेचर से जुड़ी जानकारियों से अवगत होंगे। इस योजना को और रोचक बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने नेचर फन कम्पटीशन भी रखा। ताकि विद्यार्थी बोर न हो। यह कैंप 26 नवंबर से 2 दिसंबर तक लगेगा। ताकि विद्यार्थी नेचर से गहनता से जुड़ सकें। इतना ही नहीं, शिक्षा विभाग ने मध्यप्रदेश की नेशनल एडवेंचर इस्टीट्यूट के एक्सपर्टों से भी मदद ली है, जोकि अनहोनी से निपटने में सक्षम होंगे।
ये स्पर्धाएं होंगी
- ट्रै¨कग
- हॉर्स राइ¨डग
- नाइट हाईक
- रॉक क्लाइं¨बग
- रे¨प्लग
- राइफल शू¨टग
- पिस्टल शू¨टग
- आरचिरी
- ओबस्टेक्ल क्रॉ¨सग
- बो¨टग
- स्टडी ऑफ कल्चर
- योगा
- मेडिटेशन
- फॉक सांग, रागनी, डांस, राइ¨टग होनहार विद्यार्थियों को मिलेगा मौका
शिक्षा विभाग ने नेचर फन का मजा लेने के लिए विशेष विद्यार्थियों को ही मौका देने का फैसला लिया है, जोकि पढ़ाई से लेकर खेलों और संस्कृति जैसी अनेक क्षेत्रों में होनहार होंगे। पढ़ाई, खेल, नृत्य, गायन, वादन सहित अनेक विधाएं में इंटरनेशनल, नेशनल और स्टेट लेवल पर अव्वल होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने डीईओ व डीपीसी को मेल के जरिए सूचित किया है कि वे होनहार विद्यार्थियों का चयन कर सूची मुख्यालय भेजे। ताकि योजना को जल्दी से शुरु किया जा सकें।
- डीईओ को मेल के जरिए सूचित किया जाएगा। मुख्यालय की ओर से अनुमति मिल चुकी है। इस योजना से संबंधित बजट भी सभी जिलों को भेज दिया जाएगा।
- रामकुमार, प्रोग्राम आफिसर, शिक्षा विभाग, पंचकूला।