नप चुनाव: अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस में घमासान, भाजपा में भी दो दावेदारों ने भरे नामांकन
नगर परिषद चुनाव में बहादुरगढ़ में अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। वहीं भाजपा के भी दो दावेदारों ने नामांकन भरे हैं। नप अध्यक्ष पद के लिए कुल 20 नामांकन दाखिल हुए हैं। इनमें से सात तो अकेले कांग्रेसी दावेदारों के हैं।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। इस बार सीधे हो रहे नगर परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भाजपा व कांग्रेस में जिस तरह से दावेदारी जताई जा रही थी, अब वह नामांकन में भी दिखी। कांग्रेस में तो सिंबल पर चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद से ही घमासान मचा है। पार्टी की टिकट मांगे रहे सात दावेदारों ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। इनमें से अब कितने मैदान में रहेंगे यह सात जून को पता चलेगा। उधर, भाजपा में भी दो दावेदारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। हालांकि उनके मैदान में डटे रहने को लेकर अभी संशय है।
कांग्रेस में इन्होंने दाखिल किया नामांकन
नप अध्यक्ष पद के लिए कुल 20 नामांकन दाखिल हुए हैं। इनमें से सात तो अकेले कांग्रेसी दावेदारों के हैं। इनमें शीला बिजेंद्र राठी, रामभतेरी रवि खत्री, इंद्रावती छिल्लर, मोनिका गजानंद गर्ग, महिमा अमरदीप भूरा, वैशाली अरुण खत्री और दीपा कमलजीत सैन शामिल हैं। वहीं भाजपा से घोषित प्रत्याशी तो सरोजबाला रमेश राठी हैं, लेकिन टिकट के दावेदारों में रही कमलेश धर्मबीर वर्मा और गुरुप्यारी नरेंद्र शर्मा ने भी नामांकन दाखिल किया है। हालांकि धर्मबीर वर्मा ने खुद वार्ड 20 से सदस्य पद के लिए भाजपा प्रत्याशी के तौर पर ही नामांकन भरा है।
मगर अध्यक्ष पद के लिए अपनी पत्नी के नामांकन को लेकर उन्होंने कहा कि अभी देखेंगे। एक दिन पहले वे टिकट वितरण पर नाराजगी भी जता चुके थे। मगर बाद में उनकी प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए फोटो वायरल हुई थी। शनिवार को भी नामांकन के अंतिम दिन उनकी भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक के साथ फोटो वायरल होती रही। उधर, नामांकन दाखिल करने वाली गुरुप्यारी के लिए भी भाजपा की टिकट पाने को उनके परिवार के सदस्य राजपाल शर्मा ने जोर लगाया था। राजपाल शर्मा खुद भी पार्षद रह चुके हैं और शुरूआत से भाजपा से जुड़े हैं। उन्होंने नामांकन के बाद कहा कि सोच विचार के बाद फैसला होगा। चुनाव लड़ भी सकते हैं और नहीं भी।