बाजार में सरसों के दाम में गिरावट, पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आया भाव
हरियाणा में अब खुले बाजार में सरसों के भाव में अब गिरावट आ रही है। मंडियाें में इसका भाव पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आ गया। दाम अगर और गिरते हैं तो फिर किसानों के पास सरकारी एजेंसी को सरसों बेचने का विकल्प भी है।
बहादुरगढ़, जेएनएन। खुले बाजार में सरसों के भाव में अब गिरावट आ रही है। बुधवार को दिल्ली, बहादुरगढ़ और आसपास की मंडियाें में सरसों का भाव पांच हजार रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आ गया। दाम अगर और गिरते हैं तो फिर किसानों के पास सरकारी एजेंसी को सरसों बेचने का विकल्प भी है। फिलहाल तो निजी खरीद का भाव 4800-4900 रुपये के आसपास है, जबकि सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4650 रुपये तय किया गया है। एमएसपी से ज्यादा दाम निजी खरीददार दे रहे हैं, इसीलिए किसान भी उन्हें ही सरसों बेच रहे हैं।
सरकारी एजेंसी भी खरीद के लिए तैयार है, मगर भाव में अंतर के चलते अभी किसान सरकारी एजेंसी के पास नहीं पहुंच रहे हैं। बता दें कि सरसाें का भाव इस बार सर्दियों में ही अचानक बढ़ गया था। यह अधिकतम 6800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचा। जब खरीद सीजन शुरू हुआ तो भाव 5100-5200 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए। कई दिनों से इसी भाव पर सरसों की खरीद चल रही थी, मगर बुधवार से दाम फिसलने शुरू हो गए। दिल्ली और आसपास के जिलों में भाव में गिरावट के कारण बुधवार को बहादुरगढ़ में भी अधिकतम 4850 रुपये प्रति क्विंटल भाव रहा।
यहां के व्यापारी विकेश गर्ग ने बताया कि बाजार में हजारों क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है। इसी कारण दाम पर असर है। यदि आवक ज्यादा दिनों तक चलती है तो फिर कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। उधर, हैफेड के मैनेजर जयप्रकाश ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है। यदि कोई किसान अपनी फसल की बिक्री के लिए हमारे पास आता है तो नियमानुसार खरीद की जाएगी। हालांकि इस बार सरसों का उत्पादन कम है। इसलिए सरकारी एजेंसी के पास फसल बिक्री के लिए किसानों के आने की संभावना कम ही है।
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