मुस्लिमों ने मस्जिद में फहराया तिरंगा, बोले- देश पहले है और मजहब बाद में
मुस्लिमों ने कहा देश को बांटने वाले जान लें कि अंखंड भारत को तोड़ पाना उनके बस की बात नहीं है। प्रेम और सद्भाव का बोलबाला हमेशा रहेगा। वंदे मातरम् व भारत माता की जय के नारे भी लगाए
हिसार, जेएनएन। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद हटाने को लेकर भले ही मतभेद सामने आ रहे हों, हिंदू और मुस्लिमों में विवाद होने के किस्से भी सामने आना आम बात है। मगर हरियाणा के भिवानी जिले के मुस्लिम इन बातों से इत्फाक नहीं रखते हैं। बात जब देश की हो तो बीच के सारे फैसले मिटा दिए जाते हैं। 15 अगस्त के दिन मुस्लिम समाज के लोगों ने बहल की मस्जिद के अंदर ही तिरंगा फहरा कर ऐसा साबित कर दिखाया है।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि देश मजहब से पहले है। बहल के इतिहास में स्वतंत्रता दिवस की 73वीं वर्षगाठ पर भाईचारे की मिसाल पेश की गई। मुस्लिमों ने बहल युवा एकता संगठन,राष्ट्रीय स्वंम सेवक संघ के साथियों के साथ मिलकर बहल स्थित मस्ज़िद पर तिरंगा फहराते हुए वंदे मातरम् व भारत माता के नारे भी लगाए। मुस्लिमों ने कहा देश के लिए जिन शहीदों ने अपनी प्राणों की आहूति दे दी, उनके लिए इस दिल में सम्मान की ज्योति हमेशा जलती रहती है।
मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा देश को बांटने वालों को मान लेना चाहिए कि अंखंड भारत को तोड़ पाना उनके बस की बात नहीं है। देश में प्रेम और सद्भाव का बोलबाला हमेशा रहेगा। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने वाले देश के हितैषी नहीं है। उन्होंने कहा जो भाषा दूसरे देश बोल रहे हैं हम उसका समर्थन क्यों करें। मुस्लिमों ने कहा कुछ भी दिक्कत आने पर देश काम आता है कोई बाहरी नहीं। मस्जिम में हिंदू और मुस्लिम एक साथ मिलकर तिरंगा फहरा रहे हैं क्या इसके बाद भी एकता के बारे में बताने को कुछ रह जाता है।