दुष्यंत बोले- कलेजा रख दिया है जालिमों के तीर पर, फैसला करना है आसमान को चीर कर
हिसार एमपी दुष्यंत चौटाला ने हांसी में की जनसभा। पहुंचते ही आया सीएम आया सीएम, हमारा सीएम कैसा हो दुष्यंत जैसा हो के लगे नारे, पार्टी विवाद पर शायराना अंदाज में कह गए सारी बात
जेएनएन, हांसी, हिसार। सांसद दुष्यंत चौटाला ने हांसी के जाट धर्मशाला में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए बातों की बातों में पार्टी में चल रहे घमासान पर अप्रत्यक्ष रूप से शायरना अंदाज में बात रखी। दुष्यंत चौटाला ने कार्यकर्ताओं को कहा कि अपने जोश को संभाल कर रखे और इसे समय आने पर ऐसी चिंगारी बना देना जिसे समय आने पर आंधी तूफान भी नहीं बुझा पाएगा। उन्होंने अनुशासनहीनता के नोटिस दिये जाने पर बोलते हुए कहा कि अभी तक पार्टी ने उन्हें सुनवाई के लिय नहीं बुलाया है और ना नहीं कोई सबूत उन्हें दिया गया है।
दुष्यंत चौटाला के दस मिनट के भाषण में एक बार भी अभय चौटाला के नाम का जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर वह अनुशासनहीनता के दोषी हैं तो ओमप्रकाश चौटाला व डॉ अजय चौटाला उन्हें जो सजा देंगे उसे जनता की कोर्ट में रखूंगा। दुष्यंत चौटाला ने इशारों ही इशारों में कार्यकर्ताओं के सामने साफ कर दिया कि वह अब जनता के बीच जाने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एक ऐसा समय था चरण सिंह ने भी बागपत की रैली में देवीलाल को पार्टी से निष्काषित कर दिया था लेकिन उन्होंने जनता के बीच जाकर अपने आपको साबित किया था।
शायराना अंदाज में रखी बात
उन्होंने कार्यकर्ताओं को शायरना लहजे में कहा कि रख दिया है कलेजा जालीमों के तीर पर, फैसला है करना आसमान के बादलों को चीर कर। कार्यकर्ताओं ने दुष्यंत चौटाला के गाड़ी से नीचे कदम रखते हुए जोरदार नारे लगाने शुरु कर दिये। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नारे लगाये की आया आया सीएम आया, हमारा सीएम कैसा हो दुष्यंत चौटाला कैसा हो। सांसद दुष्यंत चौटाला को कार्यकर्ताओं ने जाट धर्मशाला के काफी पीछे से ही गाड़ी उतार कर फूलों को साथ कार्यक्रम स्थल तक लेकर आए।