सांसद दुष्यंत बोले- मैं 26 साल का सदन में आया, पहले भाषण में कांप रही थी टांगें
दुष्यंत ने लोकसभा में पेश द बैनिंग ऑफ रेगुलेटिड डिपॉजिट स्कीम बिल 2018 पर चर्चा में भाग लेते हुए इस बिल के दायरे में चिट फंड से जुड़ी छोटी कंपनियों को भी शामिल करने का सुझाव दिया
हिसार, जेएनएन। सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में धन्यवाद स्पीच के दौरान कहा कि मुझे यहां सदन में बहुत कुछ सीखने को मिला। जब मैं सदन में आया था तो मेरी उम्र मात्र 26 वर्ष की थी और पहली स्पीच के दौरान मेरी टांगे कांप रही थी। इससे पहले दुष्यंत ने लोकसभा में पेश द बैनिंग ऑफ रेगुलेटिड डिपॉजिट स्कीम बिल 2018 पर चर्चा में भाग आम लोगों के पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस बिल के दायरे में चिट फंड से जुड़ी छोटी कंपनियों को भी शामिल करने का सुझाव दिया।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपने धन्यवाद भाषण में कहा कि आज से पांच वर्ष पहले मैं मात्र 26 वर्ष की आयु में सदन में आया था। उन्होंने उन पलों को स्मरण करते हुए कहा कि पहले स्वागत भाषण के दौरान में पीछे बैठा था और सदन में बोलते हुए मेरी टांगे कांप रही थी परन्तु आपके आर्शीवाद से मुझे यहां काफी सीखने का मौका मिला। उन्होंने लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का पांच साल के दौरान सदन की कार्रवाई सफलतापूर्वक चलाने की सराहना की और आभार जताते हुए कहा कि जब मैं इस सदन में आया था तो दो सांसद वाली पार्टी का सदस्य था और अब एक अलग पार्टी से जुड़ा हूं, इसके बावजूद मुझे सदन में अपनी बात रखने का हर मुद्दे पर पूरा समय और मौका दिया। स्पीकर मैडम और डिप्टी स्पीकर सर की बेहतर कार्यशैली और योग्यता की बदौलत ही सदन देर रात तक भी चला, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।