एकेडमिक ओरिएंटेशन प्रोग्राम 1000 से ज्यादा छात्रों ने लिया हिस्सा, हुआ समापन
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की ओर से संचालित एकेडमिक ओरिएंटेशन प्रोग्राम संपन्न हो गया। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार समारोह के मुख्यातिथि रहे।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने की। कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा विशिष्ट अतिथि रहे।
जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की ओर से संचालित एकेडमिक ओरिएंटेशन प्रोग्राम संपन्न हो गया। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार समारोह के मुख्यातिथि रहे।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने की। कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा विशिष्ट अतिथि रहे। मुख्यातिथि प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कोरोना काल में दूरस्थ शिक्षा का जरुरत और महत्व दोनों ही बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि दूरस्थ शिक्षा ने विद्यार्थियों की शैक्षणिक जरुरतों को पूरा किया है। वह आधुनिक तकनीक से जुड़े। इस आयोजन के लिए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को बधाई दी।
कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने कहा कि जीजेयू से डिग्री प्राप्त करने से विद्यार्थियों के कैरियर को अतिरिक्त लाभ पहुंचता है। इससे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की सुविधाओं का अपने रोजगार सृजन के लिए और अधिक उपयोग कर सकेंगे। निदेशक प्रो. ओ.पी. सांगवान ने कहा कि विद्यार्थियों की गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशपाल सिगला ने परीक्षाओं से संबंधित जानकारियां दी। डा. संदीप राणा ने जीवन में आनंद एवं उत्साह के साथ रहने को कहा। सहायक प्रो. डा. सुनयना ने ओरिएंटेशन कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। डा. विजेंद्र ने धन्यवाद किया व सहायक प्रो. कपिला ने मंच संचालन किया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में जूम के माध्यम से 500 से अधिक व फेसबुक के माध्यम से एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। सोमवार सुबह के सत्र में बीकाम व एमकाम के विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। विशिष्ट अतिथि वी.के. गर्ग ने अध्यापक एवं विद्यार्थियों के गुणों के बारे में जानकारी दी। सहायक प्रो. सिमरन आर्या ने धन्यवाद किया। डा. योगेश वर्मा ने विद्यार्थियों को वेबसाइट, असाइन्मेंट, पोर्टल व फीस पोर्टल आदि से जुड़ी जानकारियां दी। सहायक प्रो. राकेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया।