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हरियाणा में 7050 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 30 नवंबर तक होगी मूंग की खरीद, हिसार में 23 केंद्र

हैफेड प्रबंधक ने बताया कि मूंग की फसल सीधे किसानों से खरीदी जाएगी और इसमें बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होगी। मूंग खरीद के लिए 30 नवंबर तक की अवधि निर्धारित की गई है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 04:04 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 04:04 PM (IST)
हरियाणा में 7050 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 30 नवंबर तक होगी मूंग की खरीद, हिसार में 23 केंद्र
हरियाणा में 7050 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 30 नवंबर तक होगी मूंग की खरीद, हिसार में 23 केंद्र

हिसार, जेएनएन। किसानों से मूंग की फसल खरीदने के लिए प्रदेश में 38 खरीद केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 23 खरीद केंद्र जिला हिसार में बनाए गए हैं। प्रदेश में किसानों से सरकार द्वारा निर्धारित 7050 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदा जाएगा।

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हैफेड प्रबंधक ने बताया कि मूंग की खरीद के लिए प्रदेश सरकार ने राज्य के 5 जिलों, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, हिसार व सिरसा में 38 खरीद केंद्र बनाए हैं। इनमें से 23 खरीद केंद्र हिसार में बनाए गए हैं। हिसार जिला के आदमपुर, अग्रोहा, बास, बरवाला, बालसमंद, बांडाहेड़ी, दौलतपुर, घिराय, हांसी, हिसार, हसनगढ़, खांडा खेड़ी, खेड़ी जालब, कोथ कलां, लोहारी राघो, नारनौंद, पाबड़ा, पेटवाड़, सरसौद, श्यामसुख, सीसाय, थुराना व उकलाना में मूंग खरीद केंद्र बनाए गए हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2575 मीट्रिक टन मूंग खरीद का लक्ष्य रखा गया है। मूंग की फसल सीधे किसानों से खरीदी जाएगी और इसमें बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होगी। मूंग खरीद के लिए 30 नवंबर तक की अवधि निर्धारित की गई है। एक किसान से एक दिन में अधिकतम 25  क्विंटल मूंग की खरीद की जाएगी। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवाने वाले किसानों से ही मूंग की फसल खरीदी जाएगी।

किसानों के खाते में जाएगा भुगतान

उन्होंने बताया कि मूंग खरीद की डिलीवरी हैफेड को होने के 3 दिन के भीतर फसल का भुगतान डिजिटल माध्यम से सीधे किसान के बैंक खाते में किया जाएगा। प्रत्येक खरीद केंद्र पर किसानों की सुविधा व मदद के लिए एक हेल्प डेस्क स्थापित किया जाएगा। मूंग की खरीद निर्धारित से कम नमी होने पर ही की जाएगी जिसके लिए नमी मापक यंत्र का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया है कि वे अपनी मूंग की फसल को पूरी तरह से सुखाकर व साफ करके ही मंडी में लाएं ताकि उन्हें इसे बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।


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