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हरियाणा में मानसून सिर पर, हिसार में ड्रेनेज सफाई के नाम पर कागजों में हो रही औपचारिकता

जनस्वास्थ्य विभाग नगर निगम बीएंडआर और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) चारों विभागों ने नालों की सफाई गहरीकरण और इनकी मरम्मत पर समय पहले पूरा फोकस नहीं किया। यही कारण है कि जनस्वास्थ्य विभाग अभी तक ड्रेनेज सफाई का टेंडर भी सिरे नहीं चढ़ा पाया

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 03:35 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 03:35 PM (IST)
हरियाणा में मानसून सिर पर, हिसार में ड्रेनेज सफाई के नाम पर कागजों में हो रही औपचारिकता
हिसार शहर में करीब 34 किलोमीटर लंबी है ड्रेनेज लाइन, टेंडर अभी तक नहीं हुए, फंसा है कचरा

पवन सिरोवा, हिसार : मानसून सिर पर है। सोमवार रात 31 एमएम बारिश ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। 24 घंटे में भी सड़कों से जलभराव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ। कारण था कि जनस्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, बीएंडआर और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) चारों विभागों ने नालों की सफाई, गहरीकरण और इनकी मरम्मत पर समय पहले पूरा फोकस नहीं किया। यही कारण है कि जनस्वास्थ्य विभाग अभी तक ड्रेनेज सफाई का टेंडर भी सिरे नहीं चढ़ा पाया है। यहीं हालात नगर निगम और बीएंडआर के हैं। उन्होंने भी नालों की सफाई के लिए गंभीरता नहीं दिखाई है। सरकारी तंत्र की सुस्त कार्यप्रणाली का ही नतीजा है कि हल्की बारिश में भी शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव हो गया।

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एक माह से अधिक समय में होगी सफाई आज तक ठेकेदार की तलाश जारी

तीन विभागों की ही करीब 34 किलाेमीटर ड्रेनेज की सफाई में एक माह से अधिक समय लगेगा। ऐसे में बारिश में शहर जलमग्न होने की स्थिति में आ गया है। उधर, इन अफसरों की कार्यप्रणाली से ठेकेदार भी परेशान हैं। यही कारण है कि शहर की ड्रेनेज साफ करने के लिए ठेकेदार भी आगे नहीं आ रहे हैं, जिस कारण जनस्वास्थ्य विभाग को ड्रेनेज सफाई का टेंडर रि-काल करना पड़ा है। वहीं जो टेंडर ओपन हुए वे भी अभी तक अलाट नहीं हुए हैं। ऐसे में शहर में विभाग ने अपने स्तर पर फव्वारा चौक के पास एक ब्लाकेज अवश्य हटवाई लेकिन शहर की ड्रेनेज सफाई अभी तक कागजों से बाहर नहीं आ पाई है।

ये है नालों की स्थिति

जनस्वास्थ्य विभाग : 18 किलोमीटर 100 मीटर ( इसमें मुख्यतय बरवाला चुंगी, नागरिक अस्पताल के पास लगती लाइन, ऋषि नगर लाइन और मिलगेट लाइन और आजाद नगर की मुख्य ड्रेनेज लाइनें है। जो अधिकांश शहरी क्षेत्र कवर करती है।)

नहर विभाग : 11 किलोमीटर (ऋषि नगर से शाहपुर तक)

बीएंडआर : डाबड़ा चौक से जिंदल अस्पताल मार्ग होते हुए आईटीआई डिस्पोजल - 10 किलाेमीटर

जिंदल फ्लाइओवर से जिंदल चौक - 3.5 किलोमीटर

आजाद नगर दमकल केंद्र से गोदारा पेट्रोल पंप - 2.4 किलोमीटर

बरसाती पानी निकासी के डिस्पोजल

- लघु सचिवालय - 15 क्यूसिक

- ऋषि नगर - 70 क्यूसिक

- बरवाला बाइपास - 70 क्यूसिक

- शांति नगर - 1 क्यूसिक

- प्रीति नगर - 1 क्यूसिक

- महावीर कालोनी - नया निर्माणाधीन है। जहां मोटरें लगी मामले में सवाल उठे विभागीय जांच हुई। ऐसे में मामला अभी अटका हुआ है।

ये है ड्रेनेज सफाई के टेंडरों की स्थिति

- वार्ड-12 से पार्षद जगमोहन मित्तल : मेरे वार्ड में नगर निगम और एचएसवीपी दोनों का एरिया है। दोनों ने ही ड्रेनेज सफाई के लिए अभी कुछ नहीं किया। निगम के पास जो ड्रेनेज का क्षेत्र है उनका टेंडर नहीं हुआ है। वहीं एचएसवीपी के अफसर भी आज कल कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है। ऐसा लग रहा है मानसून आते ही कागजों में ही ड्रेनेज साफ हो जाएगी।

- वार्ड-7 से पार्षद और शहर की ड्रेनेज व सीवरेज सब कमेटी के चेयरमैन मनोहर लाल : जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों से बातचीत हुई है। उन्हें ड्रेनेज सफाई के लिए ठेकेदार ही नहीं मिल रहे है। टेंडर तक रि-काल करना पड़ा है। ऐसे में कब टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी। कब ठेकेदार नाले साफ करेगा। कब शहर बारिश में जलभराव से बचेगा। यह सब सवाल जनता और जनप्रतिनिधियों को परेशान किए हुए है लेकिन अफसरों को नहीं। क्योंकि उन्हें पता है अपनी ड्यूटी नियमानुसार पूरी करो या न करो हर माह तनख्वाह खाते में आनी ही है। फिर चाहे कोई परेशान होता रहे।

ये भी जानें

अमृत योजना-2 के पहले चरण में जन स्वास्थ्य विभाग आगामी समय में शहर में आजाद नगर, सूर्यनगर, कैमरी रोड, औद्योगिक क्षेत्र, सूरजमल एनक्लेव, विद्यानगर, सैनीयान मोहल्ला सहित पुराने शहर में करीब 40 से 50 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज लाइन बिछाएगा।

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ड्रेनेज सफाई से ठेकेदार क्यों आ रहे बैकफुट पर

ठेकेदार रामनिवास ने बताया कि पिछले साल ड्रेनेज का काम किया था पेमेंट आज तक नहीं हुई। अफसर छोटी सी पेमेंट के लिए भी सालों तक चक्कर कटवाते है। इसलिए ठेकेदार नहीं आते। मेरी एक साल से पेमेंट का इंतजार कर रहा हूं। यहीं कारण है कि ठेकेदार मरम्मत व सफाई टेंडर लेने से घबराने लगे है।

ये है शहर के ऐसे क्षेत्र जहां हर साल बरसात में घंटों रहता है जलभराव

- दिल्ली रोड पर लग्न पैलेस व पुष्पा काम्प्लेक्स के आसपास।

- कप्तान स्कूल मार्ग

- पटेल नगर, मिलगेट क्षेत्र, शिव नगर और सूर्य नगर

- विधायक आवास के पास प्रेम नगर व प्रीति

- पूरा औद्योगिक क्षेत्र।

- मिलगेट में जिंदल पार्क मार्ग व आसपास का क्षेत्र।

- नई सब्जीमंडी के मुख्य गेट के सामने।

- अनाजमंडी

- महावीर स्टेडियम व मधुबन पार्क


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