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चीन, साउथ कोरिया की तर्ज पर हिसार में भी लॉकडाउन का पालन करवाएगा मोबाइल एप

घर से बाहर निकलने के लिए मोबाइल एप के जरिये जिला प्रशासन से लेनी होगी घर से बाहर जाने की अनुमति। मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन करवाने पर बाहर जाने के लिए जारी होगा टोकन नंबर

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 08:52 AM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 09:44 AM (IST)
चीन, साउथ कोरिया की तर्ज पर हिसार में भी लॉकडाउन का पालन करवाएगा मोबाइल एप
चीन, साउथ कोरिया की तर्ज पर हिसार में भी लॉकडाउन का पालन करवाएगा मोबाइल एप

हिसार, जेएनएन। चीन, साउथ कोरिया और सिंगापुर की तर्ज पर हिसार में भी लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए मोबाइल एप का प्रयोग किया जाएगा। इन तीन देशों में इस तरह की एप के जरिये लॉकडाउन को सफल बनाया गया था और यह देश कोरोना पर विजय पाने में सफल रहे।

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इससे लोग लॉकडाउन के नियमों को नहीं तोड़ पाएंगे। कैप्टन बत्रा ब्रिगेड व इविलरैट कंपनी द्वारा बनाई मोबाइल एप का जिला प्रशासन द्वारा शहर में ट्रायल करवाया जाएगा। ट्रायल सफल रहा तो इसे हिसार के साथ अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा। खास बात यह है कि यह एप कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन को फ्री में उपलब्ध करवाई जाएगी। इस एप के जरिये आम नागरिक को घर से निकलने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।

मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन करवाने पर बाहर जाने के लिए टोकन नंबर जारी होगा। वहीं जिन लोगों के पास एंड्रायॅड फोन नहीं हैं उनके लिए जिला प्रशासन हेल्प लाइन नंबर जारी करेगा। इस एप के जरिये मेडिकल, किरयाणा व अन्य दुकानों पर होने वाली भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा। कंपनी ने कैप्टन बत्रा ब्रिगेड के साथ मिलकर इसे तैयार किया गया है। आइटी के 20 एक्सपर्ट और कैप्टन बत्रा ब्रिगेड के 200 लोग इस पर काम कर रहे हैं। 

इसलिए किया गया एप का निर्माण

लॉकडाउन में लोग बेवजह घर से बाहर निकलते हैं। वहीं राशन, मेडिकल शॉप पर भीड़ लगती रहती है। जिससे शारीरिक दूरी मेंटेंन नहीं हो पा रही है। इस एप के जरिये भीड़ को कंट्रोल किया जा सकेगा।

यह होगा लाभ

- यह आम जनता के लिए एक मूवमेंट पास का काम करेगी।

- लोगों को भीड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा।

- एक जगह पर लोग एकत्रित नहीं हो पाएंगे।

- कोरोना पॉजिटिव के घर और लोकेशन ट्रेस किए जा सकेंगे।

- बिना रजिस्ट्रेशन किए कोई बाहर नहीं निकल पाएगा।

इस तरह काम करती है यह मोबाइल एप

कैप्टन बत्रा ब्रिगेड के अध्यक्ष आलोक छाबड़ा ने बताया कि एप का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले एप को डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन करें। इसके लिए इसमें नाम, फोन नंबर, लोकेशन दर्ज करनी होगी। एप में शहर की सभी मेडिकल शॉप, किरयाणा स्टोर और अन्य दुकानों के नाम और पते दिए हैं। उदाहरण के तौर पर यदि किसी मेडिकल पर जाना है तो यह आपके एरिया के मेडिकल को एप पर दिखाएगा, आप इसे मोबाइल एप में ढूंढे। यह आपको एप में मिल जाएगी। उस मेडिकल शॉप पर क्लिक करना होगा। जिससे आपको एप पर ही टोकन नंबर जारी होगा। यह टोकन मेडिकल शॉप संचालक की एप पर भी आएगा। इससे आपको मेडिकल पर जाने की परमिशन मिल जाएगी। मेडिकल पर जाकर दवा ले सकेंगे। एक बार में पांच लोगों को टोकन दिया जाएगा, ताकि भीड़ ना हो। पुलिस को आप यह एप्लीकेशन दिखा सकते है। इससे लोगों का रिकॉर्ड रहेगा कि वो कहां-कहां घुमे है।

हेल्पलाइन नंबर भी किया जाएगा शुरू

जिन लोगों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है उनके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी होगा। यह टोल फ्री नंबर होगा। इस नंबर पर फोन करके मोबाइल एप की तरह ही बाहर जाने की परमिशन ली जा सकेगी। इस नंबर पर भी एप की तरह रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे।

शहर व गांव में सभी जगह लागू किया जाएगा

इस एप की शहर से शुरुआत की हिसार से की जा रही है, धीरे-धीरे इसे गांव में भी लागू किया जाएगा। साथ ही दादर नगर हवेली में भी इसे शुरु करने पर विचार किया जा रहा है।

इन लोगों ने तैयार की है एप

एप बनाने वाली टीम में कैप्टन बत्रा ब्रिगेड की आइएनए पॉइंट 2 टीम के अध्यक्ष और एसएसबी ट्रेनर आलोक छाबड़ा, कंपनी के डायरेक्टर विवेक पांडेय, रिसर्च टीम में मॉडल टाउन निवासी कुनाल मेहत्ता, सेक्टर 16-17  निवासी अविरल भ्याण, चंडीगढ़ से एडवोकेट अंबर, नेवी से अजय, राजेंद्र चौहान, इसरो के साइंटिस्ट, दिल्टी विश्वविद्यालय के सोशियोलॉजिस्ट डा. सुभाष महापात्रा शामिल हंै।


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