पीजी कोर्स में खाली सीटों पर हुए दाखिले, एक सीट पर तीन से चार अभ्यर्थी आए हुए थे
जिले में सरकारी एवं निजी कालेजों में पीजी कोर्स में बची हुई खाली सीटों पर सोमवार को दाखिले हुए। पीजी कोर्स में दाखिले का सोमवार को अंतिम दिन था। इस दौरान कालेजों में एक सीट पर तीन से चार अभ्यर्थी आए हुए थे।
जागरण संवाददाता, हिसार : जिले में सरकारी एवं निजी कालेजों में पीजी कोर्स में बची हुई खाली सीटों पर सोमवार को दाखिले हुए। पीजी कोर्स में दाखिले का सोमवार को अंतिम दिन था। इस दौरान कालेजों में एक सीट पर तीन से चार अभ्यर्थी आए हुए थे। इनमें से कालेज प्रशासन ने मैरिट के आधार पर ही फिजिकल काउंसलिग करवा कर विद्यार्थियों को सीटों पर दाखिला दिया। इसके लिए सभी कालेजों में कालेज प्रशासन द्वारा आवेदन भरने और कागजात जांच के लिए अलग से स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी। जिन विभागों में सीटें खाली थी, उन्हीं विभागों का स्टाफ तैनात किया था। करीब सप्ताह भर पहले ही पीजी कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन भरने शुरू हुए थे। इसके लिए डीएचई ने अनुमति दी थी।
यह ऐसी सीटें होती है, जो विद्यार्थी पीजी कोर्स करते समय बीच सर मेरा में ही कोर्स छोड़ कर चले जाते हैं। इसके बाद कालेजों में सीटें खाली रह जाती है। इन खाली सीटों को दोबारा से भरने के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिले के सभी सरकारी एवं प्राइवेट कालेजों में सीटें भर चुकी है, लेकिन जाट महाविद्यालय में अनुसूचित जाति की 3 सीटें खाली रही है। जैसे कि सेठ साधु राम मेमोरियल जाट महाविद्यालय में पीजी कोर्स की 9 सीटें खाली थी। इनमें से अनुसूचित जाति की 3 सीटें खाली बची है, बाकी सभी पर दाखिला हो चुका है, सोमवार को महाविद्यालय में करीब 50 अभ्यर्थी आए हुए थे। डीएन कालेज में करीब 10 सीटों पर दाखिला हुआ है और 30 के आसपास बच्चे फिजिकल काउंसलिग के लिए आए हुए थे। राजकीय पीजी महाविद्यालय में पीजी कोर्स की 9 सीटें खाली थी और फिजिकल काउंसलिग के लिए 28 अभ्यर्थी आए हुए थे। मेरिट बनाकर उसी आधार पर दाखिले हुए।