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मंत्री रणजीत सिंह ने सुनीं लोगों की समस्‍याएं, एक में दिए विजिलेंस जांच के आदेश

जिला लोकसंपर्क एवं जनपरिवाद समिति की बैठक में ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने सुनी 16 शिकायतें समाधान के लिए अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 30 Dec 2019 06:31 PM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 06:31 PM (IST)
मंत्री रणजीत सिंह ने सुनीं लोगों की समस्‍याएं, एक में दिए विजिलेंस जांच के आदेश
मंत्री रणजीत सिंह ने सुनीं लोगों की समस्‍याएं, एक में दिए विजिलेंस जांच के आदेश

हिसार, जेएनएन। ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने गांव ज्ञानपुरा में 2015 में बने जलघर की निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की विजिलेंस से जांच करवाने के निर्देश दिए हैं। वे आज लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में जिला लोकसंपर्क एवं जनपरिवाद समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जनसमस्याओं की सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बैठक में रखी गई 16 शिकायतों पर सुनवाई की और उनके समाधान के संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

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गांव ज्ञानपुरा की पंचायत द्वारा समिति के समक्ष शिकायत की गई थी कि गांव में बने जलघर में ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है जिसके कारण 2 साल में ही वाटर टैंक की दीवार व तली टूट गई। इस टैंक के साथ पनिहारी माइनर से जोड़ी गई पाइप लाइन भी जगह-जगह से टूट गई है। इस कारण ग्रामवासियों को खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है। इस शिकायत के संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि 2015 में निर्मित व 2016 में चालू हुआ यह जलघर नियमों के अनुसार बनवाया गया था और इसमें गुणवत्तापूर्ण सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। पिछले दिनों ग्रामीणों ने इसके नाले को क्षतिग्रस्त कर दिया जिसके लिए पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया गया है। इस पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में गड़बडिय़ों व भ्रष्टाचार का मामला बहुत गंभीर है, इसलिए इस मामले की विजिलेंस जांच करवाई जाए जिससे असलियत का पता चल सके।

बरवाला के मोहन गोयल, प्रवीन कुमार आदि ने शिकायत रखी कि पिछले काफी दिनों से नेशनल हाइवे पर बने स्वर्ग आश्रम के सामने गंदा पानी एकत्रित हुआ है लेकिन इसकी निकासी के संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर व नगर पालिका द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे स्वर्ग आश्रम में जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। इस मामले में ऊर्जा मंत्री ने तीनों संबंधित विभागों से स्पष्टिकरण मांगने के निर्देश जारी करते हुए एसडीएम से जांच करवाने को कहा।

गांव नंगथला के चार व्यक्तियों द्वारा डाकघर के खाते में जमा करवाई गई रकम हड़पने के संबंध में पूर्व में रखी गई शिकायत के संबंध में जवाब देते हुए डीएसपी जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि इस संबंध में आरोपी ओमप्रकाश व उसके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। आरोपी ओमप्रकाश का इसी माह निधन हो गया है और उसका बेटा फरार है जिसे पकडऩे के प्रयास जारी हैं। इस संबंध में डाकघर के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में डाकघर द्वारा अपनी जिम्मेदारी समझते हुए रितिका, ममता व किरण के पैसों का भुगतान जल्द करवा दिया जाएगा लेकिन चौथी शिकायतकर्ता कुसुम द्वारा पैसे जमा करवाने के सबूत पेश न कर पाने के कारण उसकी राशि का भुगतान नहीं करवाया जा सकेगा। इस मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट होते हुए ऊर्जा मंत्री ने इस मामले को शिकायतों की सूची से बाहर कर दिया।

सूर्यनगर निवासी नन्ही देवी ने समिति के समक्ष शिकायत रखी थी कि उसके पुत्र मुकेश कुमार व उसकी पत्नी का निधन हो गया है। मुकेश कुमार पीएनबी बैंक में स्वीपर के पद पर कार्यरत था जिसके देय लाभ बैंक द्वारा नहीं दिए जा रहे हैं। इस संबंध में एलडीएम ने बताया कि मुकेश कुमार के परिवार द्वारा दिया जाने वाला जरूरी प्रमाणपत्र बैंक को मिल गया है जिसके बाद मुख्यालय से लाभार्थी की पेंशन जल्द मिलनी शुरू हो जाएगी। इससे पहले उसकी लीव व ग्रेज्युटी का भुगतान करवाया जा चुका है।

गांव किरोड़ी की भतेरी ने गांव के कुछ व्यक्तियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसके दो एकड़ खेत में खड़ी गेहूं की फसल को जहरीले स्प्रे से खराब कर दिया और शिकायत करने पर उसके परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। इस संंबंध में पिछली बैठक के दौरान पुलिस ने आरोपों में कोई सच्चाई नहीं होने की बात कही गई थी जिस पर इस मामले की जांच के लिए डीएसपी, डीडीए व समिति सदस्यों सुरेश नैन व केएल रिणवा की एक कमेटी बनाई गई थी। आज की बैठक में डीएसपी व कमेटी सदस्यों ने बताया कि कमेटी ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी स्टेटमेंट ली थी और सभी का मत है कि इस संबंध में लाई डिटेक्टिव टेस्ट करवाया जाना चाहिए। इस पर संतुष्टï होते हुए ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने लाई डिटेक्टिव टेस्ट करवाने के निर्देश दिए।

गांव माईयड़ निवासी बहादुर सिंह आदि ने बाराबंदी संबंधी एक मामले में गांव के एक व्यक्ति पर दबाव बनाने व धमकाने का आरोप लगाया। इस मामले में सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता एआर भांभू ने बताया कि यह बाराबंदी का मामला है और इसमें नाले को हटाने का भी मामला जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में मैं स्वयं मौका निरीक्षण करुंगा। ऊर्जा मंत्री ने इस संबंध में अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान करवाने के निर्देश दिए।

समिति के समक्ष विचाराधीन 7 शिकायतों के संंबंध में अधिकारियों ने बताया कि इनका समाधान करवाया जा चुका है और शिकायतकर्ता संतुष्ट हैं। इनमें से कुछ शिकायतकर्ता मौके पर मौजूद थे जिन्होंने भी समस्या के समाधान हो चुकने की बात कही। इस पर इन शिकायतों को खारिज कर दिया गया। सभी निर्धारित शिकायतें सुनने के उपरांत ऊर्जा मंत्री ने वहां आए अन्य कई लोगों की भी शिकायतें सुनीं और उनके समाधान के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।


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