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हिसार में गृहकर शाखा की 5 हजार संपत्तियों की बैलेंस सीट शून्य होने के मामले की जांच को लेकर बैठक

नगर निगम के एक अधिकारी के आदेश पर नगर निगम की गृहकर शाखा का रिकार्ड के संबंध में कार्य करने वाली एक एजेंसी ने शहर की 5 हजार बैलेंस सीट को शून्य कर दिया था। मामले का खुलासा पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला के कार्यकाल में हुआ था

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 02:34 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 02:34 PM (IST)
हिसार में गृहकर शाखा की 5 हजार संपत्तियों की बैलेंस सीट शून्य होने के मामले की जांच को लेकर बैठक
पांच हजार प्रॉपर्टी की बैलेंस सीट शून्‍य करने के मामले में अभी तक खानापूर्ति ही हुई है

हिसार, जेएनएन। नगर निगम की गृहकर शाखा के अंतर्गत आने वाली 5 हजार संपत्तियों की बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में नगर निगम प्रशासन ने शुक्रवार को बैठक बुला ली है। इस बैठक में गृहकर शाखा की 5 हजार संपत्तियों की बैलेंस सीट शून्य होने के मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। बैठक में तीन पार्षद व एक निगम अधिकारी शामिल होंगे, जो जांच के संबंध में टैक्स रिकार्ड के बारे में जानकारी जुटाएंगे, ताकि 5 हजार बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ आगामी कार्रवाई के लिए कागजी औपचारिकताएं पूरी की जा सके।

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ये है मामला

नगर निगम के एक अधिकारी के आदेश पर नगर निगम की गृहकर शाखा का रिकार्ड के संबंध में कार्य करने वाली एक एजेंसी ने शहर की 5 हजार बैलेंस सीट को शून्य कर दिया था। मामले का खुलासा पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला के कार्यकाल में हुआ और पार्षदों ने हाउस की बैठक में जब अफसरों ने जवाब तलब किए तो जांच के नाम पर खानापूर्ति हो गई। इसके बाद फिर से पार्षदों ने इस मामले में निगम अफसरों  से जवाब तलब किए तो नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों ने गृहकर शाखा का रिकार्ड खंगाला। जनवरी 2021 को नगर निगम की हाउस की बैठक में निगम अफसरों ने बताया कि बैलेंस सीट शून्य मामले में जांच में पाया है कि 4155 बैलेंस सीट में 13.11 करोड़ का बैलेंस शून्य किया गया। यह रिकार्ड बाद में ठीक करवा दिया गया है।

जांच पर उठते रहे है सवाल, अधिकारी व कर्मचारियों के बचाव में निगम प्रशासन

नगर निगम की जांच सवालों के घेरे में है। कारण है कि पूर्व में हाउस की बैठक में जो जांच कमेटी गठित की गई उसकी सहमति के बिना ही अफसरों ने जांच के नाम पर खानापूर्ति कर डाली। मामला आगामी हाउस की बैठक में उठा तो अफसरों ने अपने बचाव में असंतोषजनक तर्क देते हुए मामले में जांच के लिए नए सिरे से कमेटी गठित कर दी। जो अब जांच करेगी।

ये होंगे जांच में शामिल

सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी

पार्षद भूप सिंह रोहिल्ला

पार्षद प्रीतम सैनी

कर सहायक उदय सिंह

ये भी जानें

नगर निगम प्रशासन अपनी जांच में हाउस की बैठक में खुद मान चुका है कि 4155 बैलेंस सीट शून्य की गई। लेकिन अभी तक किसी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है। केवल उनके बचाव में ही नगर निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली नजर आ रही है। केवल पार्षद ही इस मामले में स्टैंड लिए हुए है तभी अभी तक जांच जारी है।

-----16 अप्रैल शुक्रवार को नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी की ओर से पत्र भेजकर 5 हजार बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में जांच के लिए मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में गृहकर से संबंधित रिकार्ड के बार में जानकारी ली जाएगी।

- भूप सिंह रोहिल्ला, पार्षद वार्ड-8


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